नंदमुरी बालकृष्ण का साउथ में चलता है सिक्का, कैसे सिनेमा की दुनिया से परिचित हुए सुपरस्टार?
क्या है खबर?
दक्षिण भारतीय सिनेमा के जाने-माने अभिनेता नंदमुरी बालकृष्ण को पद्म भूषण से सम्मानित किया जाएगा। जैसे ही ये खबर सामने आई, उनके प्रशंसकों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
उधर जूनियर एनटीआर से लेकर चिरंजीवी समेत कई सितारों ने उन्हें इस उपलब्धि के लिए बधाई दी।
एक ओर जहां नंदमुरी पद्म सम्मान मिलने को लेकर चर्चा में हैं तो दूसरी ओर उनकी फिल्म 'डाकू महाराज' ने बॉक्स ऑफिस पर कमाल किया है।
आइए नंदमुरी के बारे में विस्तार से जानें।
अभिनेता आर राजनेता
अभिनेता होने के साथ राजनेता भी हैं एनबीके
64 साल के नंदमुरी तेलुगु सिनेमा के एक बड़े अभिनेता हैं। लोग उन्हें एनबीके कहकर बुलाते हैं, वहीं प्रशंसक उन्हें प्यार से 'मन बलैया' कहते हैं।
अभिनेता होने के साथ-साथ वह एक कुशल राजनेता भी हैं। उनका जन्म 10 जून, 1960 में हुआ था। उनके पिता एनटीआर तेलुगू सिनेमा के दिग्गज अभिनेता रह चुके हैं। इनके परिवार में पहले अभिनेता और फिर राजनीति का एक इतिहास रहा है।
नंदमुरी के पिता एनटीआर आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
शुरुआत
14 की उम्र में इस फिल्म से शुरू हुआ एक्टिंग करियर
नंदमुरी अपने पिता की छठी संतान हैं। वह जब अपनी युवावस्था में थे तो पढ़ाई के लिए माता-पिता ने उन्हें हैदराबाद भेज दिया था। वहां पर उन्होंने हैदराबाद के निजाम कॉलेज से वाणिज्य में स्नातक की पढ़ाई पूरी की और वहीं पर वो पहली बार सिनेमा की इस बड़ी सी दुनिया से परिचित हुए।
नंदमुरी 14 साल के थे, जब उन्होंने फिल्मी दुनिया में बतौर बाल कलाकार कदम रखा था। 'ततम्मा कला' उनके एक्टिंग करियर की पहली फिल्म थी।
फिल्में
100 से ज्यादा फिल्मों में कर चुके काम
1984 में आई फिल्म 'सहसामे जीवथम' से बताैर लीड हीरो इंडस्ट्री में अपनी शुरुआत की थी। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
अब तक 100 से ज्यादा फिल्मों में अलग-अलग किरदार निभा चुके नंदुमरी ने अपने करियर के शुरुआती दौर में ही भानुमति से लेकर सुहासिनी, के.विश्वनाथ गरु और अक्किनेनी नागेश्वर राव जैसे तेलुगू सिनेमा के कई बड़े कलाकारों के साथ काम किया था।
फिलहाल नंदमुरी की 'डाकू महाराज' सिनेमाघरों में लगी है, जो उनकी 109वीं फिल्म है।
रुचि
पिता को देख राजनीति में जागी दिलचस्पी
नंदमुरी के पिता एन.टी. रामा राव भी फिल्मों में अभिनेता, निर्देशक और निर्माता के तौर पर काम करते थे। बाद में उन्होंने राजनीति का रुख किया। एनटीआर ने तेलुगु देसम पार्टी (TDP) भी बनाई थी।
पिता की राह पर चलते हुए नंदमुरी भी राजनीति में आ गए और पिता की पार्टी में शामिल हो गए।
साल 2014 में नंदमुरी पहली बार आंध्र प्रदेश के हिंदूपुरम सीट से चुनाव जीतकर विधायक बने। वह राजनीति जगत का बड़ा चेहरा बनकर उभरे।
शादी
22 की उम्र में हो गई थी शादी
साल 1982 में सिर्फ 22 की उम्र में नंदमुरी ने शादी कर ली थी। उन्होंने वसुंधरा देवी से शादी की। उनकी 3 बेटियां हैं, जिनका नाम ब्राह्मणी, मोक्षंगा, तेजस्विनी है।
नंदमुरी अपनी मां के नाम पर स्थापित हुए बसावतारकम इंडो-अमेरिकन कैंसर अस्पताल और रिसर्च के अध्यक्ष भी हैं। ये अस्पताल उनकी मां के नाम पर बनाया गया है।
अब एक ओर जहां नंदमुरी 'डाकू महाराज' की सफलता का जश्न मना रहे हैं, वहीं उन्हें पद्म भूषण भी मिलने वाला है।