सलीम खान की इन फिल्मों ने चमकाया अमिताभ बच्चन का करियर
सलीम खान 24 नवंबर को अपना 57वां जन्मदिन मना रहे हैं। सलीम और अमिताभ बच्चन वे दो दिग्गज नाम हैं जिनके बिना हिंदी सिनेमा की कल्पना मुश्किल है। जहां सलीम ने बॉलीवुड में एक से बढ़कर एक फिल्में लिखीं, वहीं अमिताभ ने उनमें अभिनय करके बॉलीवुड का इतिहास संवारा है। यह कहना गलत नहीं होगा कि सलीम की लिखी फिल्मों ने ही अमिताभ को बॉलीवुड का सितारा बनाया। आइए, नजर डालते हैं सलीम और अमिताभ की इस जोड़ी पर।
जंजीर (1973)
अमिताभ ने यूं तो बॉलीवुड में अपने सफर की शुरुआत 1969 की फिल्म 'सात हिंदुस्तानी' से की थी मगर उन्हें पहचान मिली 1973 की फिल्म 'जंजीर' से। इस फिल्म को जावेद अख्तर और सलीम खान ने लिखा था और इसका निर्देशन प्रकाश मेहरा ने किया था। इसी फिल्म के साथ अमिताभ के विजय नाम के किरदारों का भी सिलसिला शुरू हुआ। फिल्म देव आनंद, दिलीप कुमार और धर्मेंद्र के ठुकराने के बाद अमिताभ की झोली में आई थी।
दीवार (1975)
'मेरे पास गाड़ी है, बंगला है...' आपने यह फिल्म देखी हो या न देखी हो, फिल्म का यह डायलॉग कभी न कभी बोला ही होगा। यह 1975 की फिल्म 'दीवार' का डायलॉग है। यश चोपड़ा की इस फिल्म के कई दृश्यों का आज भी जिक्र होता है। इस फिल्म को भी सलीम-जावेद की जोड़ी ने लिखा था। फिल्म में अमिताभ के साथ शशि कपूर नजर आए थे। सलीम द्वारा गढ़े गए ये दोनों किरदार यादगार हैं।
डॉन (1978)
आज की पीढ़ी भले ही फरहान अख्तर के 'डॉन' फ्रैंचाइजी की दीवानी है लेकिन इसकी बुनियाद 1978 में सलीम खान और जावेद अख्तर ने रखी थी। 'डॉन' भी अमिताभ के करियर के सबसे यादगार किरदारों में से एक है। फिल्म में अमिताभ के साथ जीनत अमान भी नजर आई थीं। उस दौर में जब महिलाओं को कहानी में सिर्फ रोमांस के लिए इस्तेमाल किया जाता था, जीनत का किरदार एक मजबूत और चालाक महिला का बनाया गया।
शोले (1975)
'शोले' के किरदार से लेकर इसके डायलॉग तक, इस फिल्म के बिना बॉलीवुड सूना है। ऐक्शन हो, ड्रामा हो, रोमांस हो, इस फिल्म में हर तरह का इमोशन भरपूर रखा गया। यह फिल्म कभी पुरानी नहीं होती। प्रशंसक 'शोले' के बिना अमिताभ की कल्पना नहीं कर पाते हैं। 'शोले' के आइकॉनिक किरदारों को गढ़ने और यादगार संवादों को लिखने का श्रेय भी सलीम-जावेद की जोड़ी को जाता है। फिल्म का निर्देशन रमेश सिप्पी ने किया था।
शक्ति (1982)
इस फिल्म में अमिताभ और दिलीप कुमार की जोड़ी नजर आई थी। रमेश सिप्पी की यह फिल्म 1982 में आई थी। उस साल इस फिल्म ने कई पुरस्कार जीते थे। इस ऐक्शन क्राइम ड्रामा को सलीम-जावेद ने लिखा था। फिल्म में दिलीप एक ईमानदार पुलिसवाले की भूमिका में नजर आए थे और अमिताभ एक डॉन के किरदार में। इस फिल्म के जरिए सलीम ने अमिताभ के करियर में एक और चमकता सितारा जोड़ा था।
न्यूजबाइट्स प्लस
सलीम खान बॉलीवुड के दिग्गज लेखक तो हैं ही, वह बॉलीवुड प्रतिष्ठित परिवार के मुखिया भी हैं। सलीम हेलन और सलमा के पति हैं। वह अरबाज, सोहेल और सलमान खान के पिता हैं। उन्होंने अर्पिता खान को गोद लिया था।