'हीरामंडी' में नवाब बन महफिल लूटने को तैयार ये अभिनेता, सामने आई पहली झलक
वेब सीरीज 'हीरामंडी' कई मायनों में खास है। सबसे बड़ी वजह हैं निर्देशक संजय लीला भंसाली, जो अपनी भव्यता के लिए जाने जाते हैं। फिल्मों की तरह उन्होंने अपनी इस सीरीज को भव्य बनाने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी है। इस सीरीज से अध्ययन सुमन का नाम तो पहले भी जुड़ा था, लेकिन यह जानकारी नहीं थी कि उनके पिता शेखर सुमन भी इसका हिस्सा हैं। अब 'हीरामंडी' से पुरुष कलाकारों की पहली झलक भी सामने आ गई है।
फरदीन खान की वापसी
14 साल के लंबे ब्रेक के बाद अभिनेता फरदीन खान पर्दे पर वापसी के लिए तैयार हैं। 'हीरामंडी' से उनकी पहली झलक देख तो लग रहा है कि वह एक बार फिर अपने अवतार और अंदाज से दर्शकों को अपना दीवाना बनाने वाले हैं। सामने आए पोस्टर में फरदीन कुर्ता-पायजामा पहनकर ठाठ से बैठे दिख रहे हैं। इसमें वह वली मोहम्मद का किरदार निभाने वाले हैं। फरदीन को 2010 में फिल्म 'दूल्हा मिल गया' में देखा गया था।
ये कलाकार भी बढ़ाएंगे हीरामंडी की रौनक
'हीरामंडी' में शेखर, जुल्फिकार के किरदार में दिखेंगे। सामने आए पोस्टर में शेखर अपनी मूछों पर ताव देते नजर आ रहे हैं। उधर जोरावर बने शेखर के बेटे अध्ययन के नवाबी लुक ने भी दर्शकों का ध्यान खींचा है। इस सीरीज में अभिनेता ताह शाह भी हैं, जो ताजदार की भूमिका निभाएंगे, जो एक नवाब का बेटा है और प्यार व परंपरा के बीच फंसा हुआ है। 'हीरामंडी: द डायमंड बाजार' 1 मई को नेटफ्लिक्स पर रिलीज होगी।
यहां देखिए अभिनेताओं की पहली झलक
कैसी होगी हीरामंडी की कहानी?
हीरामंडी' की कहानी आजादी से पहले चल रहे वेश्यालय पर आधारित है। सीरीज में प्यार, धोखा, राजनीति और तवायफों के जीवन को करीब से जानने का मौका मिलेगा। इसमें अदिति राव हैदरी, सोनाक्षी सिन्हा, ऋचा चड्ढा, संजीदा शेख, मनीषा कोइराला और शरमीन सहगल जैसी कई अभिनेत्रियां अहम भूमिका में नजर आने वाली हैं। 'हीरामंडी' पर भंसाली पहले फिल्म बनाने की सोच रहे थे, लेकिन फिर नेटफ्लिक्स को ये कहानी इतनी पसंद आई कि उन्होंने सीरीज की पेशकश कर दी।
15 साल पहले बन चुकी होती 'हीरामंडी'
भंसाली के मुताबिक, 'हीरामंडी' बनाने का विचार उन्हें 15 साल पहले उनके दोस्त मोईन बेग ने दिया था, लेकिन तब वह इस पर काम नहीं कर पाए। भंसाली कहते हैं कि फिल्म के बजाय सीरीज पर काम करना बेहद कठिन है, क्योंकि अगर सीरीज बनाते समय एक भी महत्वपूर्ण शॉट छूट गया तो फिर स्क्रिप्ट पर वापस जाना पड़ता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हीरामंडी' को भंसाली ने 'मुगल-ए-आजम' की तरह बनाया है। हर फ्रेम में कला का काम है।