मनोज बाजपेयी ने किया याद, परिवार में अभिनय को नहीं माना जाता था सम्मानजनक काम
मनोज बाजपेयी का नाम बॉलीवुड के दिग्गज कलाकारों में शुमार है। वह कई युवाओं के लिए प्रेरणा हैं क्योंकि बेहद साधारण पृष्ठभूमि से आकर उन्होंने अपनी प्रतिभा के दमपर अपना मुकाम बनाया है। पंकज त्रिपाठी जैसे दिग्गज अभिनेता मनोज को अपना आदर्श मानते हैं। अब मनोज ने एक इंटरव्यू में विस्तार से बताया है कि कैसे उनके परिवार में अभिनय करने को अच्छा काम नहीं माना जाता था और वह चोरी-छुपे नाटक देखने जाते थे।
मैं किसी से कह भी नहीं सकता था मुझे अभिनय करना है- मनोज
एक यूट्यूब चैनल से बातचीत में मनोज ने अपनी साधारण पृष्ठभूमि पर बात की। उन्होंने कहा, "हमारे गांव में रामलीला होती थी। मैं बिहार के जिस हिस्से से आता हूं वहां उस वक्त अभिनय को सम्मानित काम नहीं समझा जाता था। मैं किसी से यह कह भी नहीं सकता था कि मुझे अभिनेता बनना है। मैं स्कूल के बाद नाटक नहीं कर सकता था, रामलीला नहीं कर सकता था। मुझे नाटक देखने के लिए छिपकर जाना पड़ता था।"
चोरी-छुपे 'नाच' देखते थे अभिनेता, फिर हुआ यह इत्तेफाक
मनोज ने बताया कि उनके यहां एक खास तरह का डांस होता है जिसे 'नाच' कहते हैं। इसमें कोई पुरुष महिला बनकर डांस करता है। इसे 'लौंडा नाच' कहते हैं। जो पुरुष यह डांस करता है उसे नीची नजरों से देखा जाता था और किन्नर समझा जाता था। मनोज छुपकर यह नाच देखने जाते थे। इत्तेफाक से कई साल बाद मनोज ने थिएटर में एक ऐसे ही लड़के का किरदार निभाया जो बहुत मशहूर हुआ।
ऐसे मिली थी 'सत्या'
मनोज 1998 में आई राम गोपाल वर्मा की फिल्म 'सत्या' से मशहूर हुए। तब मनोज को पैसों की जरूरत थी और वह 'दाउद' फिल्म में रोल मांगने के लिए निर्देशक के पास गए थे। मनोज ने राम गोपाल को बताया कि उन्होंने 'बैंडिट क्वीन' में छोटी सी भूमिका निभाई है। उन्होंने जब उस भूमिका के बारे में उन्हें बताया तो निर्देशक हैरान रह गए। वह उन्हें काफी समय से ढूंढ रहे हैं। उन्होंने वहीं मनोज को 'सत्या' ऑफर कर दी।
इन फिल्मों में दिखा मनोज का दमखम
मनोज आज हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के जाने-माने कलाकार हैं। उन्होंने 'सत्या', 'शूल' और 'पिंजर' जैसी बेहतरीन फिल्मों में काम किया। 'अलीगढ़', 'गली गुलियां' और 'सोन चिरैया' जैसी फिल्मों में उनका बेहतरीन अभिनय देखने को मिला। अनुराग कश्यप की फिल्म 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' से उन्हें नई पीढ़ी के दर्शकों के बीच विशेष पहचान मिली। उनकी वेब सीरीज 'द फैमिली मैन' खूब पसंद की गई। इस सीरीज के तीसरे सीजन पर काम शुरू हो चुका है।
न्यूजबाइट्स प्लस
मनोज निर्देशक कन्नू बहल की फिल्म 'डिस्पैच' में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। पत्रकार की कहानी पर आधारित इस फिल्म में मनोज एक क्राइम रिपोर्टर बने हैं। वह फिल्म 'गुलमोहर' का भी हिस्सा हैं। इसमें उनके साथ दिग्गज अदाकारा शर्मिला टैगोर भी नजर आएंगी।