मनोज बाजपेयी की 'जोरम' ने क्यों किया सिनेमाघरों का रुख? बोले- '12वीं फेल' ने दी हिम्मत
क्या है खबर?
मनोज बाजपेयी की गिनती उन बेहतरीन कलाकारों में होती है, जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और हुनर से न सिर्फ देश, बल्कि दुनियाभर में अपनी एक खास जगह बनाई है।
अभिनेता पिछली बार फिल्म 'सिर्फ एक बंदा काफी है' में नजर आए थे और यह ऐसी पहली हिंदी फिल्म बनी, जो OTT के बाद सिनेमाघरों में आई।
बहरहाल, बीते दिन यानी 8 दिसंबर को मनोज की फिल्म 'जोरम' ने सिनेमाघरों का दरवाजा खटखटाया।
आइए जानते हैं उन्होंने इस पर क्या कहा।
बयान
इन दिनों बड़ी फिल्मों में है दर्शकों की दिलचस्पी- मनोज
DNA से मनोज बोले, "बड़ी फिल्मों का अच्छा प्रदर्शन करने की संभावना अधिक होती है। आजकल दर्शकों का रुझान इसी ओर है। हम कोरोना महामारी से पूरी तरह बाहर नहीं आए हैं। कइयों को लगता है कि सब कुछ सामान्य है, लेकिन ऐसा नहीं है।"
उन्होंने कहा, "कई अब भी घर से काम कर रहे हैं। हम पूरी तरह सामान्य स्थिति में वापस नहीं आए हैं। जो सिनेमाघर जा रहे हैं, वे केवल बड़ी फिल्मों के लिए जा रहे हैं।"
उम्मीद
'12वीं फेल' की सफलता ने किया प्रेरित
मनोज से पूछा गया कि फिर उन्होंने 'जोरम' को सिनेमाघर में लाने की हिम्मत कैसे जुटाई तो उनका जवाब था, "हमें अब भी उम्मीद है कि फिल्म अपना जलवा बिखेरेगी। एक-दो छोटी फिल्मों की सफलता ने हमें वास्तव में बहुत आत्मविश्वास दिया है कि चीजें बदल रही हैं, भले ही धीरे-धीरे।"
वह बोले, "आप फिल्म '12वीं फेल' को ही देख लीजिए। यह एक छोटी सी फिल्म थी, जो धीरे-धीरे आगे बढ़ी और इसने बड़ी फिल्मों को भी पीछे छोड़ दिया।"
दाे टूक
"कंटेंट देखने वालों के लिए है जोरम"
बता दें कि कंगना रनौत की फिल्म 'तेजस' और '12वीं फेल' इस साल 27 अक्टूबर सिनेमाघरों में आई थी।
20 करोड़ रुपये के बजट में बनी विक्रांत मैसी की फिल्म ने जहां 60 करोड़ रुपये कमाए थे, वहीं 60 करोड़ रुपये की लागत में बनी 'तेजस' महज 5 करोड़ रुपये बटोर सकी।
मनोज भी इसलिए फिल्म 'जोरम' के भविष्य को लेकर आशान्वित हैं। उनके मुताबकि, यह फिल्म उन दर्शकों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, जो कंटेंट देखना पसंद करते हैं।
भविष्य
क्या 'एनिमल' की आंधी में उड़ जाएगी 'जोरम'?
'जोरम' के निर्देशक देवाशीष मखीजा हैं। यह फिल्म दुनियाभर के तमाम फिल्म समारोहों में घूम आई है।
MAMI जैसे लोकप्रिय फिल्म महोत्सव में भी इस फिल्म को दिखाया जा चुका है, लेकिन इसे इस देश के दर्शकों तक पहुंचना अभी बाकी है।
फिल्म को फिलहाल कुछ खास दर्शक नहीं मिल रहे हैं, क्योंकि ज्यादातर लोगों पर रणबीर कपूर की 'एनिमल' का खुमार चढ़ा हुआ है सिनेमाघरों में फिल्म का भविष्य तो अब 'एनिमल' को कोसने वाले दर्शक ही तय करेंगे।
जानकारी
कैसी है 'जोरम'?
'जोरम' को समीक्षकों से काफी अच्छे रिव्यू मिल रहे हैं। अब अगर आप मुद्दे फिल्मों और उत्कृष्ट अदाकारी वाली फिल्मों के शौकीन हैं तो बेशक यह आपकी कसौटी पर खरी उतरेगी। एक मां के बदले की कहानी को मनोज ने बखूबी पर्दे पर उतारा है।