#NewsBytesExplainer: 3,500 VFX शॉट, 9 महीने; ऐसे तैयार हुआ था 'पठान' का VFX
शाहरुख खान की फिल्म 'पठान' को रिलीज हुए दो महीने से ज्यादा का वक्त हो गया है, लेकिन अब भी यह फिल्म चर्चा में बनी रहती है। मार्च में फिल्म OTT पर आई तो एक बार फिर से इसकी लोकप्रियता देखने को मिली। फिल्म सबसे ज्यादा अपने तगड़े एक्शन सीन की वजह से चर्चा में रही। इन एक्शन दृश्यों को जीवंत और दमदार बनाने का काम VFX ने किया। 'पठान' के VFX के बारे में जानिए विस्तार से।
क्या होता है VFX?
'पठान' का VFX बनाने की प्रक्रिया से पहले समझिए VFX क्या होता है। विजुअल एफेक्ट को VFX कहते हैं। जब पर्दे पर कोई ऐसा दृश्य दिखाना हो, जिसकी शूटिंग करना संभव नहीं है, तो फिल्म में VFX माध्यम से उस दृश्य को कृत्रिम रूप से बनाया जाता है। इसके लिए उच्च स्तर के तकनीक, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और विशेषज्ञों का इस्तेमाल होता है। VFX के जरिए शूट किए गए दृश्यों में रोमांच डाला जा सकता है।
ऐसे होती है VFX दृश्यों की शूटिंग
आज के दौर में शायद ही कोई फिल्म हो, जिसमें VFX का इस्तेमाल नहीं होता हो। इन फिल्मों की शूटिंग ही इस तरह की जाती है, जिससे इसमें विजुअल एफेक्ट डाला जा सके। इसके लिए दृश्यों को एक हरे पर्दे के सामने शूट किया जाता है। इसके बाद सॉफ्टवेयर के माध्यम से हरे रंग की जगह कोई भी बैकग्राउंड लगा दिया जाता है। पर्दे पर देखने में ऐसा लगता है कि इन दृश्यों को उन्हीं बैकग्राउंड पर फिल्माया गया हो।
इस कंपनी पर थी 'पठान' के VFX की जिम्मेदारी
अब लौटते हैं 'पठान' के VFX पर। 'पठान' में दुबई में कार चेजिंग, बर्फ पर एक्शन और चलती ट्रेन पर लड़ाई के दृश्य काफी पसंद किए गए। फिल्म का VFX बनाने में करीब 9 महीने का समय लगा था। इसमें 3500 VFX शॉट थे, जिन्हें 250 लोगों की टीम ने तैयार किया था। फिल्म के VFX यशराज फिल्म्स ने स्टूडियो Yfx ने तैयार किया था। Yfx 'टाइगर 3', 'वॉर 2' और 'टाइगर वर्सेज पठान' पर भी काम कर रहा है।
कमजोर VFX को दर्शक तुरंत पकड़ लेते हैं- Yfx
Yfx की प्रमुख शेरी भद्र ने इंडियन एक्सप्रेस से 'पठान' के विजुअल एफेक्ट बनाने के सफर पर विस्तार से बात की। उनका कहना है कि आज के दौर में हर कोई विश्व सिनेमा से परिचित है। VFX का कॉन्सेप्ट अब दर्शकों के लिए नया नहीं है। ऐसे में वो जैसे ही कमजोर VFX देखते हैं, उसे पकड़ लेते हैं। इसके लिए ग्राफिक डिजाइनर को अपने काम में परिपक्व होने की जरूरत है।
पर्दे से पहले कागज पर डिजाइन किए गए दृश्य
'पठान' के दृश्यों के लिए काफी तैयारी की गई थी। जिन दृश्यों को दर्शकों ने पर्दे पर देखकर सीटियां बजाईं, उन्हें पहले कागज पर डिजाइन किया गया। दृश्यों की बारीकियों को लिखा गया। फिल्म की शूटिंग शुरू होने के पहले शेरी ने निर्देशक, लेखक और सिनेमैटोग्राफर के साथ मिलकर हर दृश्य की रूपरेखा की थी। शेरी का कहना है कि जैसे दृश्य निर्देशक सिद्धार्थ आनंद चाहते थे, वे बिना प्लान किए नहीं बन सकते थे।
कोरोना महामारी ने योजनाओं पर फेर दिया था पानी
कोरोना वायरस महामारी ने टीम की सारी तैयारियों पर पानी फेर दिया। महामारी की वजह से शूटिंग के संसाधन सीमित हो गए। योजना के तहत कई दृश्यों को कलाकार खुद शूट करने वाले थे, लेकिन सीमित लोगों और संसाधनों की वजह से वे शूट नहीं हो पाए। ऐसे में उन दृश्यों को बनाने का अतिरिक्त भार VFX पर आ गया। जैसे, बम विस्फोट को लाइव शूट किया जा सकता था, लेकिन उसे VFX के जरिए बनाना पड़ा।
चुनौतीपूर्ण थे ये दृश्य
Yfx के लिए सबसे चुनौतीपूर्ण दृश्य कार चेजिंग का था। कलाकारों ने पहले ही गाड़ी तेज गति से दौड़ाई थी। अब Vfx के जरिए इस दृश्य में गति और खतरे को उभारने का काम था। साथ ही इसके लिए उन्हें दुबई का बैकग्राउंड भी बारीकी से तैयार करना था। शाहरुख और सलमान खान का ट्रेन के ऊपर एक्शन सीक्वेंस भले ही लोगों ने खूब पसंद किया, लेकिन इसे तैयार करना भी एक मुश्किल काम था।
इन दृश्यों में भी VFX ने डाली जान
इनके अलावा फिल्म में के कई अन्य दृश्यों को VFX ने बदलकर रख दिया। दीपिका पादुकोण का पानी में डूबने का शॉट दिलचस्प है। वहीं बर्फ पर फिल्माया गया बाइक चेज और एक्शन शूटिंग के बाद काफी बेजान और बेरंग लग रहा था। सिद्धार्थ इसे थोड़ा जीवंत चाहते थे, जिससे एक्शन का रोमांच महसूस हो। इस काम को भी VFX के जरिए किया गया। हाल ही में Yfx ने 'पठान' की मेकिंग का एक वीडियो भी साझा किया था।