
कंगना रनौत अपने संघर्ष के दिनों पर बोलीं- मुझे पूरा भरोसा था कि मैं मर जाऊंगी
क्या है खबर?
कंगना रनौत पिछले काफी समय से फिल्म 'इमरजेंसी' को लेकर सुर्खियों में हैं। हाल ही में उनकी यह फिल्म OTT पर स्ट्रीम हुई है, जिसके लिए पिछले दिनों कुछ प्रशंसकों ने ऑस्कर तक की मांग कर दी थी।
इसी बीच कंगना एक कार्यक्रम में शामिल हुईं, जहां उन्होंने न सिर्फ राजनीति में अपनी एंट्री पर बात की, बल्कि बॉलीवुड में अपने शुरुआती दिनों और संघर्ष पर भी खुलकर बात की।
आइए जानें कंगना ने क्या कुछ कहा।
बयान
पता नहीं था कि जीवन में कुछ कर भी पाऊंगी या नहीं- कंगना
कंगना ने अनुराग बसु की फिल्म 'गैंगस्टर' से बॉलीवुड में एंट्री की थी।
उन्होंने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा, "कभी ऐसा नहीं लगा कि मुझे घर वापस लौट जाना चाहिए। घर छोड़ने के बाद मैं भटक रही थी, मॉडलिंग कर रही थी, कुछ करने की कोशिश कर रही थी और वह समय मेरे लिए सचमुच बेहद मुश्किल था। मुझे बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि मैं जीवन में कभी कुछ कर पाऊंगी या नहीं।"
विश्वास
"लगता था भीड़ में गायब हो जाऊंगी"
कंगना आगे कहती हैं, "गैंगस्टर मिलने से पहले मैं मुंबई में ऑडिशन देता रही, लेकिन मुझे 99 प्रतिशत यकीन था कि मैं बस मर जाऊंगी या भीड़ में गायब हो जाऊंगी, जैसे कोई ऐसा व्यक्ति हो, जिस पर कभी ध्यान ही न दिया गया हो। मैं यह नहीं समझ पा रही थी कि मैं क्या कर रही हूं और कहां कर रही हूं। यहां तक कि ऐसी कोई व्यवस्था भी नहीं थी, जहां आप परीक्षा देकर पास हो सकें।"
परिपक्वता
कंगना बोलीं- मेरे मुश्किल भरे दौर ने मुझे उम्र से पहले परिपक्व बना दिया
कंगना ने यह भी बताया कि कैसे उनके जीवन के उस संघर्ष भरे दौर ने उन्हें अपनी उम्र से ज्यादा परिपक्व होने पर मजबूर कर दिया।
वह बोलीं, "उस दौर और मेरी उम्र ने मुझे बहुत जल्दी परिपक्व बना दिया। मैंने उस समय बहुत सारी किताबें, दर्शनशास्त्र और दुख भरी कविताएं पढ़ना शुरू कर दिया। मैं उस वक्त जिस परिस्थिति में थी, उसे देखते हुए मुझे यकीन हो गया था कि मैं इस जीवन में सफल नहीं हो पाऊंगी।"
सफरनामा
'गैंगस्टर' से 'इमरजेंसी' तक शानदार सफर तय कर चुकी हैं कंगना
कंगना 'गैंगस्टर' से लेकर अब तक फिल्मी दुनिया में एक लंबा सफर तय कर चुकी हैं। उन्होंने 'फैशन' से लेकर 'मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी' तक कुल 5 राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार अपने नाम किए हैं।
15 की उम्र में हीरोइन बनने के लिए उन्होंने अपना घर छोड़ दिया था। अपने संघर्ष के शुरुआती दिनों में कंगना ने फुटपाथ पर सोकर रात गुजारी हैं।
कंगना ने पिछली बार फिल्म 'इमरजेंसी' के जरिए निर्देशन में अपनी शानदार शुरुआत की है।