'इमरजेंसी' के कुछ दृश्यों में होंगे बदलाव, CBFC के सुझाव पर कंगना रनौत ने जताई सहमति
अभिनेत्री कंगना रनौत इन दिनों फिल्म 'इमरजेंसी' को लेकर सुर्खियां बटोर रही हैं। उनकी यह फिल्म 6 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली थी, लेकिन केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) से प्रमाणपत्र न मिलने के मिलने के कारण ऐसा नहीं हो पाया। सेंसर बोर्ड ने कोर्ट को बताया कि कुछ दृश्यों में बदलाव किए जाने के बाद ही फिल्म रिलीज हो सकती है। अब खबर है कि कंगना ने सेंसर द्वारा सुझाए गए बदलावों पर सहमत हो गई हैं।
बॉम्बे हाईकोर्ट में हुई सुनवाई
'इमरजेंसी' की रिलीज को लेकर आज यानी 30 सितंबर को बॉम्बे हाई कोर्ट में सुनवाई हुई, जहां सेंसर बोर्ड ने अदालत को बताया कि कंगना फिल्म के कुछ दृश्यों में बदलाव करने के लिए तैयार हो गई हैं। बार एंड बेंच की एक रिपोर्ट के अनुसार, सेंसर बोर्ड ने कंगना को 'इमरजेंसी' में 13 बदलावों का सुझाव दिया है, जिसे लेकर आखिरकार अभिनेत्री ने सहमित जताई है। बदलाव के बाद ही रिलीज होने की मंजूरी दी जाएगी।
क्या था फिल्म को लेकर विवाद?
शिरोमणि अकाल दल और सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने फिल्म पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की मांग की है। 'इमरजेंसी' पर सिख समुदाय को हत्यारा दिखाने का आरोप लगाया है। यह फिल्म 1975 में देश में लगी इमरजेंसी और उस वक्त की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की एक सिख द्वारा की गई हत्या को दिखाती है। विवाद तब उठा, जब फिल्म का ट्रेलर रिलीज हुआ। इस बाबत सिख समुदाय कंगना और सेंसर बोर्ड को कानूनी नोटिस भेज चुकी है।