'कालीचरण' से 'दोस्ताना' तक, ये हैं शत्रुघ्न सिन्हा की पांच बेहतरीन फिल्में
बॉलीवुड में शॉटगन के नाम से मशहूर शत्रुघ्न सिन्हा हर साल 9 दिसंबर को अपना जन्मदिन मनाते हैं। फिल्मी जगत से कोई नाता ना होने के बावजूद शत्रुघ्न ने इंडस्ट्री में अपनी एक खास पहचान बनाई। वह इंडस्ट्री का जाना-माना नाम हैं। एक विलेन से एक्टर तक का किरदार उन्होंने बखूबी पर्दे पर उतारा। शत्रुघ्न ने अपने लंबे एक्टिंग करियर में कई शानदार फिल्में की हैं। आइए उनके 76वें जन्मदिन पर उनकी पांच यादगार फिल्मों पर एक नजर डालते हैं।
'कालीचरण'
1976 में रिलीज हुई इस फिल्म से निर्देशक सुभाष घई ने निर्देशन की दुनिया में कदम रखा था। फिल्म में शत्रुघ्न की जोड़ी अभिनेत्री रीना रॉय के साथ बनी थी। शत्रुघ्न ने इसमें डीएसपी प्रभाकर और कालीचरण की दोहरी भूमिका निभाई थी। कैसे एक भ्रष्ट व्यक्ति को पकड़ने के चलते एक ईमानदार पुलिस वाला मारा जाता है, फिल्म की कहानी इसी के इर्द-गिर्द घूमती है। फिल्म हिट रही और बाद में इसे चार अलग-अलग भाषाओं में बनाया गया।
'काला पत्थर'
इस फिल्म में शत्रुघ्न के अलावा अमिताभ बच्चन, शशि कपूर, राखी और नीतू सिंह नजर आई थीं। यश चोपड़ा फिल्म के निर्माता-निर्देशक थे। इस फिल्म में शोषित मजदूरों और कोयला खदान के मालिकों के बीच के संघर्ष को दिखाने के साथ ही सितारों की प्रेम कहानी को भी बेहद खूबसूरती से दर्शाया गया था। फिल्म में शत्रुघ्न 'मंगल' नाम के एक अपराधी के किरदार में थे, जो पुलिस के डर से भागकर कोयले की खदान में छुपकर काम करता है।
'दोस्ताना'
निर्देशक राज खोसला की चर्चित फिल्म 'दोस्ताना' के निर्माता थे यश जौहर और इसी फिल्म से उनके प्रोडक्शन हाउस यानी धर्मा प्रोडक्शंस की नींव पड़ी। 'दोस्ताना' में अमिताभ बच्चन, शत्रुघ्न सिन्हा और जीनत अमान नजर आई थीं। इसमें प्राण, हेलेन, शरत सक्सेना, पेंटल, गोगा कपूर, विकास आनंद और इफ्तिखार ने भी अहम किरदार किए। इस फिल्म में भी शत्रुघ्न को अमिताभ से ज्यादा तालियां मिलीं। 1980 में रिलीज हुईं फिल्मों में कमाई के मामले में 'दोस्ताना' चौथे नंबर पर रही।
'मेरे अपने'
इस फिल्म का निर्देशन गुलजार ने किया था और इसकी कहानी भी उन्होंने ही लिखी। फिल्म में शत्रुघ्न के साथ मीना कुमारी, असित सेन नजर आए थे। गुलजार की कलम से निकली 'मेरे अपने' विनोद खन्ना और डैनी डेनजोंगपा की पहली फिल्म थी। यह एक बंगाली फिल्म 'अपंजन' का रीमेक थी। शत्रुघ्न इसमें एक युवा समूह के नेता के रूप में नजर आए थे। फिल्म की कहानी एक बुजुर्ग महिला आनंदी देवी (मीना कुमारी) के इर्द-गिर्द बुनी गई थी।
'जानी दुश्मन'
इस हॉरर फिल्म का निर्देशन राजकुमार कोहली ने किया था। इसके प्रोडक्शन का काम भी कोहली ने ही संभाला था। फिल्म 1979 में दर्शकों के बीच आई थी। शत्रुघ्न के अलावा सुनील दत्त, संजीव कुमार, जितेंद्र, विनोद मेहरा, रेखा, नीतू सिंह और रीना रॉय इस फिल्म का हिस्सा थीं। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही थी। इसके बाद राजकुमार कोहली ने 2022 में इसी नाम से एक नई फिल्म निर्देशित की। इसमें उन्होंने अपने बेटे अरमान को कास्ट किया था।
न्यूजबाइट्स प्लस (बोनस इंफो)
शत्रुघ्न को 'काला पत्थर' और 'दोस्ताना' दोनों ही फिल्मों में बेस्ट सपोर्टिग एक्टर के फिल्मफेयर अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट किया गया था। उन्हें स्टारडस्ट लाइफटाइम अचीवेंट अवॉर्ड और भारतीय सिनेमा में अपने उल्लेखनीय योगदान के लिए IIFA अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जा चुका है।
फैंस के लिए राजनीति में आए थे शत्रुघ्न
अभिनेता से राजनेता बनने वाले शत्रुघ्न सिन्हा 1991 में भाजपा में शामिल हुए थे। हालांकि, बाद में उन्होंने कांग्रेस का हाथ थाम लिया था। शत्रुघ्न ने राजनीति में इसलिए प्रवेश किया, क्योंकि वह उन्हें हीरो बनाने वाले फैंस के लिए कुछ काम करना चाहते थे।