'कांतारा' से लेकर 'गंगूबाई काठियावाड़ी' तक, ऑस्कर पहुंचीं भारतीय फिल्मों के बारे में जानिए
ऑस्कर 2023 में इस बार एक नहीं, बल्कि पांच मुख्य भारतीय फिल्मों का तड़का लगेगा। 'RRR', 'कांतारा', 'गंगूबाई काठियावाड़ी', 'द कश्मीर फाइल्स' और 'इरविन निजहल' जैसी पांच भारतीय फिल्मों को ऑस्कर के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है, जिसके बाद से इन फिल्मों के निर्माता-निर्देशक से लेकर इनके प्रशंसक फूले नहीं समा रहे हैं। आइए जानते हैं कि इन फिल्मों में ऐसा क्या खास है, जिसने इन्हें ऑस्कर का दावेदार बनाया।
कांतारा
'कांतारा' के अभिनेता, निर्देशक और लेखक ऋषभ शेट्टी हैं। इसे कन्नड़ भाषा में बनाया गया था, लेकिन इसकी लोकप्रियता देख इसे कई अलग-अलग भाषाओं में डब किया गया। इसकी कहानी हमारे देश में बहुत सारे ऐसे समुदायों और समाजों की तरह है, जो जंगल से सीधे जुड़े हैं। जंगल और इंसान के रिश्ते पर वैसे भी सिनेमा में बहुत कम फिल्में हैं और 'कांतारा' इस लिस्ट में बहुत ऊपर रखी जा सकती है। यह फिल्म अमेजन प्राइम वीडियो पर है।
गंगूबाई काठियावाड़ी
संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनी फिल्म 'गंगूबाई काठियावाड़ी' की कहानी गंगूबाई नाम की एक ऐसी महिला पर आधारित है, जिसने सेक्स वर्कर्स के जीवन को बेहतर बनाने में अपना अहम योगदान दिया। मुंबई की मशहूर माफिया क्वीन गंगूबाई का जीवन आलिया भट्ट ने बड़ी शिद्दत से पर्दे पर उतारा। अभिनय से लेकर अंदाज और उनके डायलॉग तक दर्शकों को खूब भाए। आलिया की आभा ने यकीनन गंगूबाई की चमक बढ़ा दी। फिल्म 'गंगूबाई काठियावाड़ी' नेटफ्लिक्स पर मौजूद है।
द कश्मीर फाइल्स
विवेक अग्निहोत्री ने 'द कश्मीर फाइल्स' में कश्मीरी पंडितों की आपबीती महसूस कराती एक कहानी दर्शकों के बीच पेश की, जिसे समीक्षकों से भी खूब वाहवाही मिली। कश्मीर के रिसते घावों के पन्ने उन्होंने जिस तरह से अपनी इस फिल्म में पलटे, वो शर्तिया किसी को भी रोने पर मजबूर कर दे। कश्मीरी हिंदुओं के दर्द को लेकर पहले भी कई फिल्में बनीं, लेकिन इस फिल्म को जनता का खूब प्यार मिला। यह फिल्म ZEE5 पर उपलब्ध है।
RRR
निर्देशक एसएस राजामौली की फिल्म 'RRR' में जूनियर एनटीआर और राम चरण ने अपने धाकड़ अभिनय से चार चांद लगा दिए। यह फिल्म हंसाती है, नचाती है, रुलाती है और गर्व से भर देती है। इसमें हिन्दुस्तान का वो दौर दिखाया गया है, जब भारत परतंत्रता की बेड़ियों से जकड़ा हुआ था, तब आजादी की लड़ाई बेहद अलग-अलग स्तर पर लड़ी जा रही थी। यह फिल्म पहले ही कई अवॉर्ड्स अपने नाम कर चुकी है। यह फिल्म नेटफ्लिक्स पर है।
इरविन निजहल
यह एक तमिल फिल्म है, जिसके निर्देशक और लेखक आर पार्थिबन हैं और वह इस फिल्म के हीरो भी हैं। इस फिल्म का संगीत ऑस्कर विजेता एआर रहमान ने दिया है। फिल्म को सिंगल टेक में 1,36,228 फ्रेम्स में शूट किया गया था। यह देश की पहली नॉन लीनियर शॉट फिल्म है, जिसके चलते यह एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करा चुकी है। यह फिल्म अमेजन प्राइम वीडियो पर देख सकते हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस
नॉन लीनियर फिल्में वो हैं, जिनकी घटनाएं एक सीध में न होकर आड़ी-तिरछी हों यानी कहानी कहने का वो तरीका, जिसमें कहानी एक क्रम में न हो। एक नॉन लीनियर एडिटिंग तकनीक भी होती है, जिसका इस्तेमाल कहानी को दिलचस्प बनाने के लिए होता है।
ये फिल्में भी हुईं शॉर्टलिस्ट
एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेज ने ऑस्कर के लिए योग्य 301 फिल्मों की सूची जारी की। भारत की ओर से आधिकारिक रूप से ऑस्कर भेजी गई गुजराती फिल्म 'छेल्लो शो' भी शॉर्टलिस्ट हुई है। मराठी फिल्म 'मैं वसंतराव', 'तुझया साथी कही ही', आर माधवन की फिल्म 'रॉकेट्री: द नांबी इफेक्ट' और कन्नड़ फिल्म 'विक्रांत रोना' भी ऑस्कर की दौड़ में शामिल हैं। अब देखना होगा कि ऑस्कर के लिए अंतिम नामांकन में कौन सी फिल्म बाजी मारती है।