..जब फिल्म की शूटिंग से महज छह दिन पहले जुगल हंसराज ने ली सैफ की जगह
क्या है खबर?
सिनेमा जगत में ऐसे कई सितारे हैं, जिन्होंने जमकर नाम कमाया और अचानक ही इंडस्ट्री को अलविदा कह दिया। ऐसे ही एक अभिनेता हैं जुगल हंसराज।
नीली आंखों और चॉकलेटी चेहरे वाले जुगल हंसराज ने एक वक्त सबको अपना दीवाना बना दिया था। अब वह एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं।
हाल ही में उन्होंने अपने करियर से जुड़े कई दिलचस्प खुलासे किए।
आइए जानते हैं जुगल हंसराज ने क्या कुछ कहा।
खुलासा
जुगल ने आनन-फानन में किया फिल्म का कॉन्ट्रैक्ट साइन
इंडियन एक्सप्रेस से जुगल ने कहा, "फिल्म 'आ गले लग जा' के हीरो सैफ अली खान थे, लेकिन प्रोडक्शन टीम के साथ उनका विवाद हो गया था। फिल्म के निर्माता सलीम अख्तर ने मुझे बताया कि वह छह दिन में फिल्म की शूटिंग शुरू करने वाले हैं और मुझे फिल्म में साइन करना चाहते हैं।"
उन्होंने बताया, "मैं हैरान था। मैंने उनसे इस पर विचार करने के लिए कुछ घंटे मांगे। इसके बाद मैंने उनके ऑफिस जाकर कॉन्ट्रैक्ट साइन किया।"
लोकप्रियता
कई बड़े निर्देशकों की पसंद थे जुगल
जुगल ने आगे कहा, "फिल्म के निर्देशक मेरे साथ कपड़े खरीदने गए और अगले छह दिन में मैंने दिग्गज अभिनेता परेश रावल के साथ अपना पहला शॉट दिया। मैं खुद को खुशनसीब मानता हूं कि फिल्मी परिवार से ताल्लुक ना रखने के बाद भी बड़े निर्देशकों ने मेरे साथ काम करने की मंशा जाहिर की।"
उन्होंने बताया, "1990 की शुरुआत में कई बड़े निर्देशकों ने मुझसे अपनी फिल्मों के लिए संपर्क किया, लेकिन दुर्भाग्यवश वो फिल्में कभी बन नहीं पाईं।"
जानकारी
जानिए फिल्म 'आ गले लग जा' के बारे में
फिल्म 'आ गले लग जा' 1994 में रिलीज हुई थी। फिल्म के निर्देशन की कमान संभाली थी हामिद अली खान ने। जुगल हंसराज के साथ फिल्म में उर्मिला मातोंडकर ने मुख्य भूमिका निभाई थी।
परेश रावल और अशोक सर्राफ भी फिल्म का हिस्सा थे। यह एक रोमांटिक थ्रिलर फिल्म थी। खास बात यह है कि जहां इस फिल्म में जुगल की जोड़ी उर्मिला के साथ बनी थी, वहीं, इससे पहले फिल्म 'मासूम' में दोनों एक-दूसरे के भाई बने थे।
शुरुआत
जुगल ने 'मासूम' से बतौर बाल कलाकार फिल्मों में की थी एंट्री
जुगल हंसराज ने बतौर बाल कलाकार नौ साल की उम्र में फिल्म 'मासूम' से बॉलीवुड में कदम रखा था। 1982 में रिलीज हुई इस फिल्म में नसीरूद्दीन शाह और शबाना आजमी की मुख्य भूमिका थी। फिल्म में जुगल की मासूमियत सबको भा गई थी।
मयूरी कांगो के साथ जुगल की दूसरी फिल्म 'पापा कहते हैं' 1995 में रिलीज हुई थी।
सालों बाद उन्होंने फिल्म 'मोहब्बतें' से बड़े पर्दे पर वापसी की। इस फिल्म के लिए जुगल को काफी सराहना मिली।