दिवंगत अभिनेता इरफान खान को मिला अवॉर्ड तो रो पड़े बेटे बाबिल
भले ही बॉलीवुड के हरफनमौला कलाकार इरफान खान को गुजरे हुए लगभग एक साल होने वाला हो लेकिन वो जख्म अब भी ताजा हैं। हाल ही में इरफान को फिल्मफेयर की तरफ से श्रद्धांजलि दी गई। उन्हें पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इरफान के बेटे बाबिल उनका अवॉर्ड लेने पहुंचे। उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, जिनमें बाबिल पिता को याद कर रोते हुए दिख रहे हैं। आइए जानते हैं बाबिल ने इस बारे में क्या कहा।
शो के होस्ट राजकुमार राव ने बांधा बाबिल का हौसला
जब इरफान को श्रद्धांजलि दी जा रही थी तो अपने अब्बा के लिए खास शब्द सुनने के बाद बाबिल बहुत भावुक हो गए थे। शो के होस्ट राजकुमार राव भी इरफान को याद करते हुए भावुक नजर आए। उन्होंने कहा, "इरफान सर हमने आपसे बहुत कुछ सीखा और आने वाली कई पीढ़िया आपसे एक्टिंग सीखती रहेंगी।" जब बाबिल अपने पिता को मिला अवॉर्ड लेने स्टेज पर पहुंचे, राजकुमार ने उन्हें प्यार से गले लगा लिया और हौसला देते दिखे।
भारतीय सिनेमा को नई ऊंचाइयों पर ले जाऊंगा- बाबिल
जब बाबिल स्टेज पर अवॉर्ड लेने के लिए गए तो उन्होंने कहा, "मैं खुशनसीब हूं, जो आपको मैंने पिता के रूप में पाया। आप पर हमेशा नाज रहेगा। आपने वादा किया था कि हम साथ सफर करेंगे..। मैं आपका सिर गर्व से ऊंचा करूंगा और भारतीय सिनेमा को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाऊंगा।" बाबिल का यह कहना सभी को तालियां बजाने पर मजबूर कर देता है और इरफान के कभी हार ना मानने वाले जज्बे को भी ताजा कर जाता है।
हर जाने वाले कलाकार का इस तरह से सम्मान नहीं होता-आयुष्मान
अवॉर्ड शो में बाबिल ही नहीं, बल्कि वहां मौजूद कई कलाकार इरफान खान को याद कर फफक कर रो पड़े। उन्हें याद करते हुए शो के अन्य होस्ट आयुष्मान खुराना की भी आंखें भर आईं। उन्होंने कहा, "कलाकारों का कभी अतीत नहीं होता, कभी वर्तमान नहीं होता।" आयुष्मान ने कहा, "जब कोई कलाकार जाता है तो उसका इस तरह से सम्मान नहीं होता हर कोई फनकार इरफान नहीं होता।"
बीते साल 29 अप्रैल को कैंसर से जंग हार गए थे इरफान
इरफान ने 53 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उन्होंने तीन साल कैंसर जैसी भयावह बीमारी से जंग लड़ी लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था और 29 अप्रैल को इरफान इस दुनिया से चल बसे। मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस लीं। इरफान जिंदगी के आखिरी लम्हे तक लड़ते रहे। जाते-जाते उन्होंने कहा, 'जिंदगी को पहली बार चख रहा हूं।'