ग्रैमी अवॉर्ड्स 2024: शंकर महादेवन और जाकिर हुसैन ने बढ़ाया देश का मान, जीता पुरस्कार
दुनियाभर की निगाहें संगीत जगत के सबसे बड़े पुरस्कार समारोह ग्रैमी अवॉड्र्स पर थीं, जिसका आगाज हो गया है। हर साल भारत से ग्रैमी पुरस्कार के लिए संगीत जगत से जुड़ी कोई न कोई हस्ती नॉमिनेट होती है। इस बार भी भारत के लिए यह समारोह खास था, क्योंकि पुरस्कार पाने की दौड़ में भारतीय भी शामिल थे। 5 फरवरी को ग्रैमी विजेताओं की घोषणा हुई, जिसमें शंकर महादेवन और जाकिर हुसैन समेत 4 भारतीयों ने यह पुरस्कार जीता है।
जीता बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक एल्बम का ग्रैमी पुरस्कार
66वें ग्रैमी अवॉर्ड्स रविवार (भारत में सोमवार) को लॉस एंजेलिस में आयोजित किया गया, जिसमें गायिका टेलर स्विफ्ट, ओलिविया रोड्रिगो, माइली साइरस और लाना डेल रे ने कई पुरस्कार अपने नाम किए। उधर ग्रैमी अवार्ड्स, 2024 में भारतीय संगीतकारों का भी दबदबा रहा। शंकर महादेवन और तबला वादक जाकिर हुसैन ने बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक एल्बम का ग्रैमी पुरस्कार अपने नाम किया। इस दौड़ में सुजाना बाका, बोकांटे, बर्ना बॉय और डेविडो जैसे दिग्गज संगीतकारों के म्यूजिक एल्बम भी शामिल थे।
शंकर और जाकिर ने एल्बम 'दिस मोमेंट' के लिए जीता पुरस्कार
जाकिर और शंकर को अपने फ्यूजन बैंड 'शक्ति' के लिए 'बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक एल्बम' का पुरस्कार मिला है। इस बैंड में शंकर, जाकिर, वी सेल्वागणेश और गणेश राजगोपालन जैसे 4 प्रतिभाशाली कलाकार शामिल हैं। बैंड ने 45 साल बाद अपना पहला एल्बम रिलीज किया था, जिसे सीधा ग्रैमी पुरस्कार मिला है। 'शक्ति' को उनके हालिया म्यूजिक एल्बम 'दिस मोमेंट' के लिए यह उपलब्धि मिली है। एआर रहमान ने भी एक तस्वीर साझा कर उनकी इस जीत पर खुशी जाहिर की।
भारत हर दिशा में चमक रहा है- रिकी केज
उधर संगीतकार और ग्रैमी विजेता रिकी केज ने मंच पर उनके स्वीकृति भाषण का एक वीडियो साझा करके बैंड को बधाई दी है। केज ने एक्स पर वीडियो साझा कर लिखा, 'शक्ति ने ग्रैमी जीता। इस एल्बम के जरिए 4 शानदार भारतीय संगीतकारों ने ग्रैमी पुरस्कार जीते। बस कमाल। भारत हर दिशा में चमक रहा है। शंकर, सेल्वगणेश विनायकराम, गणेश राजगोपालन और उस्ताद जाकिर ने उत्कृष्ट बांसुरी वादक राकेश चौरसिया के साथ दूसरा ग्रैमी जीता। शानदार, भारत ने ग्रैमी जीता।'
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पिछले साल रिकी ने जीता था ग्रैमी
पिछले साल भारत से रिकी विजेता बने थे। उन्हें पहली बार 2015 में 'विंड्स ऑफ समसारा' के लिए यह सम्मान मिला था। इसके बाद 2022 में रिकी को उनके एल्बम 'डिवाइन टाइड्स' के लिए 'बेस्ट न्यू एज एल्बम' की श्रेणी में स्टीवर्ट कोपलैंड के साथ ग्रैमी अवॉर्ड मिला और यह सिलसिला जारी रखते हुए 2023 में भी रिकी ने 'डिवाइन टाइड्स' के लिए बेस्ट इमर्सिव ऑडियो एल्बम की श्रेणी में स्टीवर्ट के साथ यह पुरस्कार अपने नाम किया।
पहली बार भारत में किसने जीता था यह पुरस्कार?
संगीत जगत के इस सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार को जीतने वाले पहले भारतीय सितार वादक पंडित रवि शंकर थे। उन्हें 1968 में एल्बम 'वेस्ट मीट ईस्ट' के लिए 'बेस्ट चैम्बर म्यूजिक परफॉर्मेंस' का ग्रैमी मिला था। रवि शंकर को 5 बार इस पुरस्कार से नवाजा गया और 2012 में ग्रैमी की ओर से मरणोपरांत लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड भी मिला था। संगीत के दिग्गजों को उनके शानदार काम के लिए सम्मानित करने के लिए ग्रैमी पुरस्कार की शुरुआत 1959 में हुई थी।