रणबीर कपूर नहीं थे 'रॉकस्टार' के लिए इम्तियाज अली की पहली पसंद, अब किया खुलासा
क्या है खबर?
निर्देशक इम्तियाज अली ने बॉलीवुड को कई शानदार फिल्में दी हैं। 'रॉकस्टार' भी उनकी बेहतरीन फिल्मों में शुमार है। इस फिल्म के हीरो रणबीर कपूर थे और इसमें काम करने के बाद असल में लोग उन्हें बॉलीवुड का रॉकस्टार कहने लगे थे।
भले ही फिल्म में रणबीर पर दर्शकों ने जमकर प्यार लुटाया हो, लेकिन असल में वह इस फिल्म के लिए निर्देशक की पहली पसंद नहीं थे। खुद इम्तियाज ने हाल ही में इस राज से पर्दा उठाया है।
कास्टिंग
जॉन को कास्ट करना चाहते थे इम्तियाज
मिड डे से हालिया बातचीत में इम्तियाज बोले, "रॉकस्टार के लिए मेरी पहली पसंद जॉन अब्राहम थे। उन्हीं को ध्यान में रखकर मैं यह फिल्म बनाने वाला था, लेकिन कुछ चीजें ऐसी होती हैं, जो जीवन में नहीं होतीं। आप नहीं जानते कि अगर ऐसा हुआ होता तो कैसा होता। अगर जॉन ने ये फिल्म की होती तो क्या एक अभिनेता के रूप में उन पर इसका कोई प्रभाव पड़ता या उन्होंने कोई अलग रास्ता अपनाया होता, हम नहीं जानते।"
हाइवे
'हाइवे' में आलिया की जगह होतीं ऐश्वर्या
इम्तियाज के करियर की शानदार फिल्मों में 'हाइवे' भी शुमार है। इस फिल्म में आलिया भट्ट ने मुख्य भूमिका निभाई थी, जिसके बाद उनकी फैन फॉलोइंग में जबरदस्त इजाफा हुआ था।
निर्देशक बोले, "मैं इस फिल्म में ऐश्वर्या राय को लेना चाहता था। बिना मेकअप के वो फिल्म के लिए फिट होतीं। मैं थोड़ी परिपक्व और ज्यादा उम्र की महिला को इसका हिस्सा बनाना चाहता था, लेकिन जब आलिया से मिला तो लगा कि उनसे बेहतर कोई नहीं है।"
फिल्में
'रॉकस्टार' और 'हाइवे' के बारे में जानिए
'रॉकस्टार' 2011 में आई थी। इसकी कहानी इम्तियाज ने ही लिखी थी। फिल्म में रणबीर के साथ नरगिस फाखरी और अदिति राव हैदरी नजर आई थीं। 60 करोड़ रुपये के बजट में बनी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 108 करोड़ रुपये कमाए थे।
उधर 'हाइवे' 2014 में आई और इसकी कहानी भी इम्तियाज ने ही लिखी। फिल्म में आलिया के साथ रणदीप हुड्डा थे। 25 करोड़ रुपये की लागत से बनी इस फिल्म ने 47.7 करोड़ रुपये कमाए थे।
पिछली फिल्म
पिछली बार 'अमर सिंह चमकीला' लेकर आए थे इम्तियाज
इम्तियाज पिछली बार फिल्म 'चमकीला' लेकर आए थे, जिसमें दिलजीत दोसांझ और परिणीति चोपड़ा नजर आई थीं।
इम्तियाज अली ने निर्देशन की शुरुआत टीवी से की थी। छोटे पेर्दे के बाद उन्होंने फिल्मों का रुख किया।
2005 में बतौर निर्देशक उनकी पहली फिल्म 'सोचा न था' बड़े पर्दे पर आई। 2007 में आई 'जब वी मेट' ने इम्तियाज की किस्मत बदल दी। कई सालों के संघर्ष के बाद इस फिल्म ने उन्हें सफल निर्देशक के रूप में पहचान दिलाई।