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इम्तियाज अली नहीं दिखाना चाहते थे 'चमकीला' में ज्यादा बड़ाई, बोले- उनमें खामियां थीं
'अमर सिंह चमकीला' में क्यों इम्तियाज ने दिखाईं चमकीला की खामियां?

इम्तियाज अली नहीं दिखाना चाहते थे 'चमकीला' में ज्यादा बड़ाई, बोले- उनमें खामियां थीं

लेखन पलक
Apr 23, 2024
01:19 pm

क्या है खबर?

मशहूर निर्देशक इम्तियाज अली इस साल एक ऐसी फिल्म लेकर लौटे, जिसने दर्शकों और समीक्षकों का दिल जीत लिया। हम बात कर रहे हैं 'अमर सिंह चमकीला' की। फिल्म में पंजाब के मशहूर गायक अमर सिंह चमकीला की जिंदगी को दिखाया गया है। यह पहली बार है जब इम्तियाज ने कोई बायोग्राफिकल ड्रामा फिल्म बनाई हो। हाल ही में निर्देशक ने खुलासा किया कि वह खुद अभी तक आश्चर्य में हैं कि आखिर उन्होंने इस शैली में कदम क्यों रखा।

बायोपिक

कभी नहीं सोचा था बनाऊंगा बायोपिक- इम्तियाज

मिड डे के साथ बातचीत में इम्तियज ने खुलासा किया कि उन्हें अपने जीवन में कभी नहीं सोचा था कि वह किसी की बायोपिक बनाएंगे। हालांकि, चमकीला की कहानी ने उन्हें प्रभावित किया। वह बोले, "मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं बायोपिक बनाऊंगा। हालांकि, चमकीला की कहानी में ऐसी कई चीजें थीं, जिन्हें मुझे लगा कि उन्हें मुझे लोगों के सामने लाना चाहिए। दरअसल, चमकीला की कहानी की बहुत सी चीजें आज तक दर्शकों से छिपाई गई थीं।"

बड़ाई

फिल्म में क्यों नहीं की चमकीला की बड़ाई?

इसके बाद निर्देशक ने खुलासा किया कि आखिर उन्होंने नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई फिल्म में पंजाबी गायक चमकीला की ज्यादा बड़ाई क्यों नहीं की। वह बोले, "किसी के जीवन का चित्रण करते समय, आपको तथ्यों को बदलने की नहीं, बल्कि उनके सभी पहलुओं का प्रतिनिधित्व करने की स्वतंत्रता होनी चाहिए। यदि आप उनकी गलतियों को नहीं दिखाएंगे तो फिर उनका महिमामंडन करने का क्या मतलब है? मुझे ऐसी बायोपिक पसंद नहीं हैं, जो उस व्यक्ति की ज्यादा बड़ाई करती हैं।"

खामियां

"चमकीला में खामियां थीं"

इम्तियाज ने आगे कहा, "मुझे लगा कि मुझे चमकीला का मानवीय पक्ष पेश करना होगा। मेरा इरादा उन्हें साफ-सुथरा दिखाने का नहीं था और वह थे भी नहीं। ऐसा इसलिए भी क्योंकि मैं उनके अच्छे गुणों को जानता था। वह एक स्टार के रूप में नहीं, बल्कि जनता के सेवक के रूप में सामने आए। वह विनम्र व्यक्ति थे, जो वंचित पृष्ठभूमि से आते थे। उन्होंने अपनी जान गंवाई क्योंकि वह दर्शकों को ना नहीं कह सके। उनमें खामियां थीं।"

महत्व

खामियां दिखाने का भी था अपना महत्व 

इम्तियाज ने 'अमर सिंह चमकीला' में चमकीला की खामियों को दिखाने के महत्व के बारे में भी बात की। उनका मानना ​​था कि चमकीला के चरित्र को साफ-सुथरा करने से उनकी सच्चाई में कमी आएगी। वह बोले, "तब हम उससे जुड़ नहीं पाते। कभी-कभी किसी किरदार की खामियां ही उन्हें दर्शकों का पसंदीदा बनाती हैं। तब उन्हें पता चलता है कि यह आदमी इंसान है, इस प्रकार वे उनसे जुड़ने और उनसे जुड़ने में सक्षम होते हैं।"

जानकारी

नेटफ्लिक्स पर छा गई 'अमर सिंह चमकीला'

'अमर सिंह चमकीला' 12 अप्रैल की नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई थी। फिल्म में दिलजीत दोसांझ जहां चमकीला की भूमिका में दिखे, वहीं अमरजोत कौर की भूमिका में परिणीति चोपड़ा ने सबका दिल जीता।