'तुम्बाड' के निर्देशक आनंद गांधी बोले- मैं 'कांतारा' जैसी फिल्म नहीं बनाना चाहूंगा
क्या है खबर?
ऋषभ शेट्टी की कन्नड़ फिल्म 'कांतारा' का विवादों से भी नाता रहा है।
हाल में 'तुम्बाड' के निर्देशक आनंद गांधी ने इस फिल्म की आलोचना की थी। उन्होंने इसे टॉक्सिक मानसिकता को बढ़ावा देने वाली फिल्म बताया था।
'तुम्बाड' से 'कांतारा' की तुलना करने पर उन्होंने ऋषभ की फिल्म की कमियां निकाली थी।
अब इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि वह 'कांतारा' जैसी फिल्म कभी नहीं बनाना चाहेंगे।
बता दें कि 'तुम्बाड' 2018 में रिलीज हुई थी।
बयान
इस सवाल के जवाब में आनंद ने दी प्रतिक्रिया
जब आनंद से पूछा गया कि क्या वह 'कांतारा' को अलग तरीके से निर्देशित करते, तो उन्होंने यह बयान दिया।
उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि मैं 'कांतारा' जैसी फिल्म बना सकता था, इसे अलग तरह से बनाना तो दूर की बात है। एक फिल्म अतीत का प्रतिबिंब, वर्तमान का दर्पण और भविष्य की दृष्टि होती है। हमारे इतिहास में इतनी सुंदरता है कि इसे सिनेमा के माध्यम से सामने लाया जाना चाहिए।"