
हंसल मेहता ने बताया कौन बदल सकता है बॉलीवुड की दिशा और दशा
क्या है खबर?
पिछले कुछ दिनों से हिंदी फिल्मों के खराब बॉक्स ऑफिस प्रदर्शन पर चर्चा चल रही है। एक ओर जहां बॉलीवुड फिल्मों का हाल और इंडस्ट्री का रवैया देख अनुराग कश्यप ने मुंबई छोड़ दिया है, वहीं पिछले दिनों निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने भी कहा कि बॉलीवुड का पतन हो रहा है।
उधर आमिर खान भी बाेले कि बॉलीवुड निर्माता अपनी जड़ों से कट चुके हैं।
अब इस पर मशहूर निर्देशक हंसल मेहता ने प्रतिक्रिया दी है।
पोस्ट
बॉलीवुड को रीसेट करने की जरूरत- हंसल
एक्स पर हंसल ने एक लंबा पोस्ट कर बताया कि बॉलीवुड को कैसे रीसेट करने की जरूरत है। उन्होंने नए जमाने के अभिनेताओं की तारीफ की और निर्माताओं, निर्देशकों से अनुरोध किया कि वे अभिनेताओं पर निवेश करें न कि इंडस्ट्री में पहले से मशहूर सितारों पर।
उन्होंने लिखा, 'हिंदी सिनेमा को रीसेट की जरूरत है। बॉलीवुड के विनाश की भविष्यवाणी करने वाले रुक जाएं। इंडस्ट्री खत्म नहीं हो रही है। यह नाकाम होने का इंतजार कर रही है।'
पसंद
खत्म नहीं हो रही दर्शकों की दिलचस्पी
निर्देशक ने लिखा, 'समस्या यह नहीं कि दर्शकों की दिलचस्पी खत्म हो रही है। समस्या ये है कि पैसा सुरक्षित और पहले से तय चीजों पर लगाया जा रहा है। हिंदी सिनेमा का भविष्य नई प्रतिभाओं, बोल्ड कहानी कहने और ऐसे निर्देशकों पर दांव लगाने से बेहतर होगा, जो एक स्क्रिप्ट लेकर उसे बेहतरीन तरीके से निर्देशित कर सकें। पिछले कुछ सालों में यह साबित हुआ है कि सितारे ही नहीं, बल्कि दृढ़ विश्वास भी दर्शकों को आकर्षित करता है।'
बदलाव
नई पीढ़ी बदल सकती है खेल
हंसल ने लिखा कि कलाकारों, फिल्म निर्माताओं और लेखकों की एक नई पीढ़ी खेल को बदलने के लिए तैयार है, लेकिन इसके लिए दूरदर्शी निर्माताओं, आंकड़ों के बजाय कहानियों को आगे बढ़ाने वाले प्लेटफॉर्म और जान-पहचान की बजाय ईमानदारी की मांग करने वाले निर्देशकों की जरूरत होगी। इसके लिए अनुशासन, अच्छी प्रदर्शन रणनीति, अच्छी तरह से सोची-समझी मार्केटिंग की जरूरत होगी, ना कि पेड पब्लिसिटी की, जो इंडस्ट्री को बहुत गरीब बना रही है।
सराहना
निर्देशक ने की इन कलाकारों की तारीफ
हंसल ने वेदांग रैना, आदर्श गौरव, ईशान खट्टर, लक्ष्य लालवानी, राघव जुयाल, जहान कपूर, स्पर्श श्रीवास्तव, आदित्य रावल और अभय वर्मा जैसे कई नई पीढ़ी के अभिनेताओं की भी सराहना की।
जहां आदर्श को उन्होंने लंबी रेस का घोड़ा बताया, वहीं फिल्म 'जिगरा' में उन्होंने वेदांग के काम की खूब तारीफ की।
हंसल ने बताया कि वीकेंड बॉक्स ऑफिस नंबरों का पीछा करना बंद करें और ऐसी प्रतिभाएं बनाना शुरू करें, जो दर्शकों को सालों तक खींचे रखें।
जानकारी
हंसल मेहता की फिल्में
हंसल ने निर्देशन की शुरुआत फिल्म 'जयते' से की थी। फिर उन्होंने इसी की तर्ज पर फिल्म 'दिल पे मत लेना यार' साल 2000 में बनाई थी। उन्हें 'शाहिद', 'सिटीलाइट्स' और करीना कपूर अभिनीत 'द बकिंघम मर्डर्स' जैसी फिल्मों के लिए भी जाना जाता है।