सत्यजीत रे की सुपरहिट फिल्म 'घरे बाइरे' की मूल पटकथा जल्द जारी होगी
क्या है खबर?
भारतीय सिनेमा के दिग्गज फिल्मकार सत्यजीत रे भले ही इस दुनिया में ना हों, लेकिन अपनी फिल्मों और शानदार सिनेमा के जरिए वह हमेशा अमर रहेंगे। सत्यजीत अपनी बेहतरीन कहानियों को लेकर अक्सर चर्चा का विषय बनते हैं।
बॉलीवुड सितारों से लेकर फैंस उन्हें याद करते रहते हैं। अब ऑस्कर पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता सत्यजीत रे की क्लासिक फिल्म 'घरे बाइरे' की मूल पटकथा जारी करने की तैयारी चल रही है।
आइए जानते हैं क्या कुछ जानकारी मिली है।
खुलासा
WBFJA के पुरस्कार समारोह में जारी होनी थी पटकथा
पश्चिम बंगाल फिल्म पत्रकार संघ (WBFJA) ने यह जानकारी दी है। WBFJA के महासचिव निर्मल धर ने बताया, "रे के परिवार के सदस्यों की मदद से उन्होंने 'घरे बाइरे' की जो पटकथा अपने हाथों से लिखी थी, उसकी कॉपियों की बाइंडिंग की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी।"
उन्होंने बताया, "पटकथा को WBFJA के पुरस्कार समारोह में 16 जनवरी को जारी करने की योजना थी, लेकिन इस कार्यक्रम को कोविड-19 के मामलों में वृद्धि की वजह से रद्द कर दिया गया।"
जानकारी
न्यूजबाइट्स प्लस (फैक्ट)
बंगाल फिल्म पत्रकार संगठन पुरस्कार को आमतौर पर BFJA पुरस्कार के नाम से जाना जाता है। यह बंगाल फिल्म पत्रकार संगठन द्वारा दिया जाने वाला एक अहम पुरस्कार है। इसकी शुरुआत 1937 में हुई थी। BFJA भारत में फिल्म समीक्षकों का सबसे पुराना संगठन है
बयान
कब रिलीज होगी मूल पटकथा?
निर्मल धर ने आगे कहा, "हम इस पटकथा को जारी करने के लिए एक सही समय का इंतजार कर रहे हैं। अब पुरस्कार समारोह तो तभी आयोजित होगा, जब देश में कोरोना के हालात सुधरेंगे। अनिश्चितता के माहौल में अभी यह कहना मुश्किल है।"
उन्होंने कहा, "हमारा लक्ष्य यही है कि हम इस साल के अंदर किसी भी सूरत में रे की यह पटकथा दर्शकों के बीच ले आएं। जल्द ही इसकी तारीख की घोषणा होगी।"
फिल्म
जानिए फिल्म 'घरे बाइरे' के बारे में
'घरे बाइरे' एक सुपरहिट बंगाली रोमांटिक ड्रामा फिल्म थी, जो 4 जनवरी, 1985 को रिलीज हुई थी। इसकी कहानी स्वतंत्रता आंदोलन और विदेशी वस्तुओं के बहिष्कार की पृष्ठभूमि पर आधारित थी।
इस फिल्म में सौमित्र चटर्जी, विक्टर बनर्जी और स्वातिलेखा सेनगुप्ता मुख्य भूमिकाओं में थे। रे ने अपनी पहली फिल्म 'पाथेर पांचाली' बनाने से पहले ही 1940 में 'घरे बाइरे' की कहानी लिख दी थी।
इस फिल्म ने बंगाली में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीता था।
प्रसिद्धि
भारतीय सिनेमा के महान निर्देशकों में गिने जाते हैं सत्यजीत रे
सत्यजीत रे एक जाने-माने लेखक, पब्लिशर, इलस्ट्रेटर, ग्राफिक डिजाइनर और फिल्म क्रिटिक भी थे। उनकी पहली फिल्म थी 'पाथेर पांचाली', जिसने कई पुरस्कार अपने नाम किए।
कहा जाता है कि सत्यजीत रे ने ही घुटनों पर चल रहे भारत के सिनेमा को चलना सिखाया। उन्होंने ज्यादा सिनेमा बंगाली में ही बनाया। हिंदी में उन्होने 'शतरंज के खिलाड़ी' जैसी फिल्म बनाई, जो हिंदी सिनेमा की यादगार फिल्म है।
सत्यजीत रे को भारतीय सिनेमा का सबसे बेहतर निर्देशक कहा जाता है।