नेपोटिज्म बहस के बीच बोले गोविंदा, कहा- सिर्फ चार-पांच लोग ही चला रहे हैं इंडस्ट्री
क्या है खबर?
बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद से ही सोशल मीडिया से लेकर बॉलीवुड तक नेपोटिज्म, फेवरेटिज्म और इनसाइडर वर्सेज आउटसाइडर जैसे मुद्दों पर बहस शुरु हो चुकी है। कई सितारे इस मामले पर खुलकर अपने अनुभव शेयर कर रहे हैं।
अब इस लिस्ट में इंडस्ट्री के जाने माने अभिनेता गोविंदा का नाम भी जुड़ गया है। उन्होंने कहा है कि पिछले कुछ सालों में इंडस्ट्री का माहौल पूरी तरह से बदल गया है।
इंडस्ट्री
सिर्फ चार-पांच लोग चला रहे हैं इंडस्ट्री- गोविंदा
गोविंदा ने हाल ही में हिन्दुस्तान टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में कहा है कि इंडस्ट्री को अब सिर्फ चार-पांच लोग ही चला रहे हैं।
गोविंदा ने कहा, "पहले टेलेंटेड लोगों को काम दिया जाता था। सभी फिल्मों को सिनेमाघरों में समान अवसर मिलते थे। लेकिन अब चार-पांच लोग पूरी इंडस्ट्री को निर्देशित करते हैं।"
56 वर्षीय अभिनेता ने आगे कहा, "यही तय करते हैं कि अगर फिल्म उनके जानकर की नहीं है उसे कैसे रिलीज करना है।"
बैकग्राउंड
फिल्म इंडस्ट्री से ही गोविंदा के माता-पिता
गोविंदा ने कहा, :मेरी कुछ अच्छी फिल्मों को भी ठीक तरह से रिलीज नहीं मिली। लेकिन अब चीजें बदल रही हैं।"
90 के दशक के सुपरहिट अभिनेता ने अपने स्ट्रगल के दिनों को याद करते हुए कहा कि उन्हें भी बहुत मेहनत करनी पड़ी है।
गोविंद के माता-पिता भी बॉलीवुड से थे। हालांकि, इंडस्ट्री के कम ही लोग इस बारे में जानते हैं। इस वजह से गोविंदा को प्रोड्यूसर्स से मिलने के लिए घंटों तक इंतजार करना पड़ता था।
इंतजार
निर्माताओं से मिलने के लिए घंटों इंतजार करते थे गोविंदा
गेविंदा ने बताया, "मेरे और मेरे माता-पिता की उम्र में 33 साल का फासला था। जब वह इंडस्ट्री छोड़ चुके थे तब मैंने 21 साल की उम्र में बॉलीवुड में अपना करियर शुरु किया।"
उन्होंने आगे कहा, "उस समय तक इंडस्ट्री में कई नए निर्माता-निर्देशक आ गए थे। जिन्हें मेरे बैकग्राउंड के बारे में कुछ नहीं पता था। ऐसे में निर्माताओं से मिलने के लिए मुझे घंटों तक इंतजार करना पड़ता था।"
नेपोटिज्म
ये हस्तियां भी कर चुकी हैं नेपोटिज्म पर खुलकर बात
बता दें कि गोविंदा ने पहले इंडस्ट्री की कई हस्तियां इस नेपोटिज्म बहस पर खुलकर बयान दे चुकी हैं। इस लिस्ट में इन दिनों कंगना रनौत का नाम सुर्खियों में छाया हुआ है। वह हर दिन इंडस्ट्री के माफियाओं को लेकर बात कर रही हैं।
उनके अलावा फिल्मकार अभिनव कश्यप, लेखकर हरिंदर सिक्का, अभिनेता साहिल खान और सिंगर सोनू निगम जैसी हस्तियां भी नेपोटिज्म और फेवरिटिज्म जैसे मुद्दों पर बात कर चुके हैं।