मुंबई में 'जीरो' के सेट पर लगी आग, सेट पर मौजूद थे शाहरुख खान
किंग खान यानी शाहरुख खान की बहुप्रतीक्षित फिल्म 'जीरो' का लोगों को बेसब्री से इंतज़ार है। शाहरुख खान की 'जीरो' क्रिसमस के मौक़े पर रिलीज होने वाली है, लेकिन उससे पहले एक बुरी ख़बर आई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मुंबई की फिल्म सिटी में स्थित 'जीरो' के सेट पर आग लगने की खबर है। पुलिस ने बताया कि शाम को जब सेट पर आग लगी तो उस वक़्त शाहरुख खान भी वहाँ मौजूद थे।
सेट से सुरक्षित निकल गए शाहरुख खान
पुलिस ने बताया कि शाहरुख को कोई नुक़सान नहीं हुआ है और बाद में वह सेट से सुरक्षित निकल गए। पुलिस उपायुक्त विनय राठौड़ ने बताया कि आग से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। उन्होंने कहा कि अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि आग किस वजह से लगी थी। राठौड़ ने कहा कि आग बिजली के तारों, बिजली से चलने वाले उपकरणों, लाइटों, शूटिंग के सामान, रस्सियों और पर्दों तक ही सीमित रह गई।
अंतिम पड़ाव पर है फिल्म की शूटिंग
बता दें कि कुछ गाने और छोटे-मोटे सीन्स को छोड़कर 'जीरो' फिल्म की शूटिंग लगभग खत्म हो चुकी है। इस फिल्म का निर्देशन आनंद एल राय कर रहे हैं। 'जीरो' का पोस्टर, टीज़र और ट्रेलर बहुत पहले ही रिलीज किया जा चुका है। इस फिल्म में शाहरुख खान के अलावा अनुष्का शर्मा और कैटरीना कैफ़ मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म में शाहरुख खान पहली बार बौने के रूप में दिखाई देंगे, वहीं अनुष्का दिव्यांग के रूप में व्हीलचेयर पर दिखेंगी।
फिल्म के एक गाने में दिखेंगी दिवंगत अभिनेत्री श्रीदेवी
शाहरुख खान श्रीदेवी के बहुत बड़े फैन हैं। यही वजह है कि शाहरुख़ खान ने श्रीदेवी की फिल्म 'आर्मी' में उनके पति का कैमियो किया था। आपको जानकर हैरानी होगी कि 'जीरो' के एक गाने में दिवंगत अभिनेत्री श्रीदेवी को भी देखा जा सकता है।
रिलीज़ होने से पहले ही 'जीरो' है विवादों में
बॉलीवुड और विवादों का बहुत पुराना नाता है। ऐसे में भला शाहरुख खान की 'जीरो' कैसे बच सकती थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार 'दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति (DSGMC)' ने आरोप लगाया है कि 'जीरो' फिल्म के प्रोमो और पोस्टर में शाहरुख खान अंडरगारमेंट में हैं और गटका कृपाण धारण किए नजर आए हैं, जो सिखों का धार्मिक प्रतीक है। समिति का कहना है कि शाहरुख ने सिख समुदाय की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का काम किया है।
सिखों के लिए क्या है कृपाण का महत्व?
कृपाण के धार्मिक महत्व की बात करें तो कृपाण सिखों के पांच पवित्र ककारों में से एक है। गुरु गोविंद सिंह ने सिखों के लिए पांच चीज़ें अनिवार्य की थी, इसमें केश, कड़ा, कृपाण, कंघा और कच्छा है। सिख धर्म में कृपाण को वीरता और साहस की निशानी समझा जाता है, जिसे अक्सर सिख अपनी कमर में लटकाते हैं। कई लोग इसे अपने बैग में भी रखते हैं। आजकल कृपाण की जगह छोटा चाकू रखने का रिवाज है।