कार्तिक आर्यन और कृति सैनन अभिनीत 'शहजादा' से बाहर हुईं एकता कपूर
क्या है खबर?
कार्तिक आर्यन और कृति सैनन फिल्म 'अला वैकुंठपुरमलो' की हिन्दी रीमेक को लेकर चर्चा में हैं। इस फिल्म में कृति कार्तिक के साथ मुख्य भूमिका में नजर आएंगी।
हाल में इस फिल्म की हिन्दी रीमेक का शीर्षक 'शहजादा' रखा गया है। मशहूर निर्माता एकता कपूर पहले इस फिल्म को प्रोड्यूस करने वाली थीं।
अब जानकारी सामने आ रही है कि एकता इस फिल्म से बाहर हो गई हैं।
आइए जानते हैं पूरी खबर।
रिपोर्ट
कॉन्ट्रैक्ट से जुड़े मतभेदों के कारण एकता ने लिया ऐसा फैसला
बॉलीवुड हंगामा की रिपोर्ट के मुताबिक, एकता कार्तिक और कृति अभिनीत 'शहजादा' से बाहर हो चुकी हैं।
एक सूत्र ने कहा, "एकता शुरू में इस प्रोजेक्ट में शामिल थीं, लेकिन अब वह इसका हिस्सा नहीं हैं। इस फिल्म को अब अल्लू अरविंद, अमन गिल और एस राधे कृष्णा द्वारा प्रोड्यूस किया जाएगा।"
कहा जा रहा है कि कॉन्ट्रैक्ट से जुड़े मतभेदों के कारण उन्होंने इस फिल्म से नाता तोड़ लिया है।
शूटिंग
12 अक्टूबर से शुरू होगी फिल्म की शूटिंग
सूत्र ने आगे बताया कि कुछ कॉन्ट्रैक्ट से जुड़े मुद्दे थे, जिसके कारण एकता को इस प्रोजेक्ट से पीछे हटना पड़ा। इस बहुप्रतीक्षित फिल्म की शूटिंग 12 अक्टूबर से मुंबई के फिल्म सिटी में शुरू हो जाएगी।
मेकर्स ने स्टूडियो में फिल्म की शूटिंग के लिए एक बहुत बड़ा सेट तैयार किया है। फिल्म का निर्देशन रोहित धवन ही कर रहे हैं।
फिल्म में परेश रावल और मनीषा कोइराला प्रमुख भूमिकाओं में नजर आ सकते हैं।
जानकारी
2022 में त्योहारों के अवसर पर रिलीज होगी फिल्म
ऑरिजनल फिल्म का निर्माण अल्लू अरविंद, अमन गिल और एस राधे कृष्णा ने किया है। इन्होंने ही शाहिद कपूर की 'जर्सी' को प्रोड्यूस किया है।
'अला वैकुंठपुरमलो' एक तेलुगु फिल्म है, जो सुपरहिट साबित हुई थी। फिल्म में साउथ स्टार अल्लू अर्जुन मुख्य भूमिका में थे। कृति को ऑरिजनल फिल्म के पूजा हेगड़े के किरदार के लिए चुना गया है।
'शहजादा' को 2022 में त्योहारों के अवसर पर रिलीज किया जाएगा। प्रीतम इस फिल्म के म्यूजिक को कंपोज करेंगे।
कहानी
'अला वैकुंठपुरमलो' की ऐसी है कहानी
त्रिविक्रम श्रीनिवास के निर्देशन में बनी एक्शन ड्रामा फिल्म 'अला वैकुंठपुरमलो' ने रिलीज होकर बड़ा धमाका किया था।
फिल्म की कहानी अल्लू के किरदार बंटू के इर्दगिर्द घूमती है, जो लगातार अपने पिता द्वारा तिरस्कृत होते हुए बड़ा होता है और अपने असली माता-पिता की खोज में लगा रहता है।
अंत में बंटू को पता चल जाता है कि उसके असली पिता एक बहुत बड़े व्यापारी हैं, जो वैकुंठपुरमलो नाम के एक आलीशान घर में रह रहे होते हैं।