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'दोबारा' रिव्यू: टाइम ट्रैवल, पैरलल वर्ल्ड और मर्डर मिस्ट्री का रोमांचक रोलर कोस्टर है फिल्म
जानें कैसी है तापसी पन्नू की दोबारा

'दोबारा' रिव्यू: टाइम ट्रैवल, पैरलल वर्ल्ड और मर्डर मिस्ट्री का रोमांचक रोलर कोस्टर है फिल्म

Aug 19, 2022
04:02 pm

क्या है खबर?

अनुराग कश्यप की फिल्म 'दोबारा' 19 अगस्त को रिलीज हो गई है। फिल्म में तापसी पन्नू और पवैल गुलाटी मुख्य भूमिका में हैं। 'दोबारा' स्पैनिश फिल्म 'मिराज' से प्रेरित है। अनुराग और तापसी काफी समय से फिल्म का प्रमोशन कर रहे थे। फिल्म टाइम ट्रैवल और पैरलल यूनिवर्स जैसे विषयों पर कल्पना के गोते लगाती है। इस सस्पेंस ड्रामा के प्लॉट में मर्डर मिस्ट्री को भी केंद्र में रखा गया है। आइए, आपको बताते है कि कैसी है यह फिल्म।

कहानी

टाइम ट्रैवल पर आधारित है फिल्म की कहानी

फिल्म की शुरुआत एक जियोमैगनेटिक तूफान आने की खबर के साथ होती है। अंतरा (तापसी) तूफान के समय टीवी के जरिए 26 साल पहले के एक बच्चे, अनय से मिलती है। वह अनय को उस दुर्घटना के बारे में बताती है जिसमें उसकी मौत होने वाली है। इस तरह वह उसकी जान बचा लेती है। अतीत बदलने के कारण अंतरा का वर्तमान भी बदल जाता है। नए वर्तमान में उसके लिए सबकुछ बदल जाता है।

पैरलल वर्ल्ड

दो दुनिया के बीच फंसी है अंतरा

इस दुनिया में अंतरा अपनी पिछली दुनिया की बेटी और परिवार को ढूंढ रही होती है। कोई भी उसकी पिछली दुनिया की कहानी पर यकीन नहीं करता है। साथ ही अनय भी एक ऐसी जिंदगी जीता है जिसमें कोई उसपर विश्वास नहीं करता कि किसी ने भविष्य से आकर उसकी जान बचाई थी। दोनों अपनी-अपनी जिंदगी में एक-दूसरे को ढूंढने के लिए बेचैन रहते हैं। इनको मिलाने की प्रक्रिया में फिल्म आपको रोमांच के रोलर कोस्टर पर ले जाती है।

अभिनय

छोटे-छोटे स्क्रीन स्पेस में भी बेहतरीन रहे कलाकार

फिल्म के सस्पेंस और रोमांच के साथ तापसी ने पूरा न्याय किया है। अपने अभिनय से वह दर्शकों को जोड़े रखती हैं। पवैल गुलाटी एक पुलिस इंस्पेक्टर के किरदार में हैं। राहुल भट्ट का किरदार कहानी में अहम है, लेकिन स्क्रीन पर उन्हें कम ही मौका मिला। शाश्वत चटर्जी ने भीतर से विलेन और चेहरे पर मासूमियत वाले अपने किरदार को बेहतरीन निभाया है। विदुषी मेहरा और हिमांशी चौधरी ने भी अपने सीमित स्क्रीन स्पेस में बेहतरीन प्रस्तुती दी है।

संवाद और संगीत

संवाद और संगीत का है परफेक्ट बैलेंस

यह फिल्म दर्शकों का रोमांच कहीं टूटने नहीं देती है। फिल्म के संवाद साधारण हैं। यह अपने संवादों से ज्यादा दृश्यों से बोलती है। फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक फिल्म के मूड से जोड़े रखता है। म्यूजिक से ही फिल्म के रोमांच में तड़का डाला गया है। प्लॉट में गानों की जरूरत नहीं थी, लेकिन ये गाने ही अंतरा के भावुक पक्ष को सामने लाते हैं जो अपनी पुरानी दुनिया में जाने और अपने परिवार को ढूंढने के लिए बेचैन है।

कमी

दिमागी कसरत से परेशान हो सकते हैं दर्शक

यह फिल्म दो अलग दुनिया की कहानी को जोड़ती है। साथ ही फिल्म वर्तमान और अतीत की कहानी को भी एकसाथ दिखा रही होती है। फिल्म में मर्डर मिस्ट्री भी है। इन सबको जोड़ते हुए फिल्म कहीं-कहीं दर्शकों के लिए अबूझ पहेली बन जाती है। हर थोड़ी देर में दर्शक खुद को एक पहेली सुलझाता हुआ पाते हैं। यही पहेली फिल्म की जान भी है और कमजोरी भी। एक सीमा के बाद आप इस दिमागी कसरत से थक जाते हैं।

जानकारी

न्यूजबाइट्स प्लस

'दोबारा' स्पैनिश फिल्म 'मिराज' से प्रेरित है। जब से फिल्म की चर्चा है, नेटफ्लिक्स पर 'मिराज' के दर्शकों की संख्या बढ़ गई। हालांकि, अनुराग फिल्म को सही रूपांतरित नहीं कर पाए। 'मिराज' के दर्शक इसके लिए अनुराग की काफी आलोचना कर रहे हैं।

निर्णय

देखें या न देखें?

क्यों देखें?- सस्पेंस फिल्में पसंद करते हैं तो ये दो घंटे आपके लिए मनोरंजक साबित होंगे। तापसी या अनुराग में से किसी के भी फैन हैं तो इसे देख लीजिए। क्यों न देखें?- ऑरिजनल फिल्म 'मिराज' देखी है तो यह फिल्म आपको पसंद नहीं आएगी। हॉलीवुड की मिस्ट्री फिल्मों के शौकीन हैं तो भी यह फिल्म आपको प्रेडिक्टेबल लग सकती है। हल्की-फुल्की एंटरटेनर फिल्में देखना पसंद करते हैं तो इस फिल्म को वक्त न दें। न्यूजबाइट्स स्टार - 3.5/5