दिलीप कुमार को क्यों बदलना पड़ा था नाम? जानिए 'ट्रेजेडी किंग' से जुड़ा अनसुना किस्सा
क्या है खबर?
सिनेमा में ऐसे कई सितारे रहे हैं, जिन्हें उनके अभिनय ने अमर बना दिया। इन्हीं में एक नाम 'ट्रेजेडी किंग' यानी दिलीप कुमार का है। 11 दिसंबर को जन्मे दिलीप इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनके किस्से, अभिनय और फिल्मों से जुड़ी यादें लोगों के दिलों में आज भी जिंदा हैं। युवा पीढ़ी शायद ही जानती होगी कि सिनेमा का सितारा बनने से पहले उनका असली नाम मुहम्मद युसुफ खान था। उनके इस कदम के पीछे खास कारण था।
अनसुने किस्से
दिलीप ने इस कारण से बदला था नाम
दिवंगत अभिनेता को फिल्मी नाम 'दिलीप कुमार' निर्माता देविका रानी ने दिया था। 1944 में रिलीज 'ज्वार भाटा' इस नाम के साथ उनकी पहली मुख्य भूमिका वाली फिल्म थी। अपनी आत्मकथा 'दिलीप कुमार: द सब्सटेंस एंड द शैडो में' में दिवंगत अभिनेता ने इस बात का खुलासा किया था। हालांकि, नाम बदलने का मुख्य कारण पिता लाला गुलाम सरव से मारपीट का डर था, क्योंकि उन्हें अभिनय बिल्कुल भी पसंद नहीं था। दिलीप के पिता, सिनेमा को 'नौटंकी' कहते थे।
ट्रेजेडी किंग
दिलीप को ऐसे मिला था 'ट्रेजेडी किंग' का नाम
50 के दशक में दिलीप का करियर पीक पर था। 'देवदास', 'नया दौर', 'मुगल-ए-आजम', 'दीदार' और 'तराना' समेत उनकी कई सुपरहिट फिल्में रिलीज हुईं थी। इन सभी फिल्मों में उन्होंने गंभीर किरदार निभाए जिसने दर्शकों के दिलों पर गहराई से छाप छोड़ी। यही कारण था कि उन्हें 'ट्रेजेडी किंग' का नाम दिया गया था। BBC के साथ इंटरव्यू में अभिनेता ने खुलासा किया था कि फिल्मों में गंभीर किरदार निभाने के कारण उन्हें डिप्रेशन का शिकार होना पड़ा था।