शरत चंद्र के इस उपन्यास पर बनीं कई हिंदी फिल्में, शाहरुख खान भी निभा चुके किरदार
भारतीय सहित्य, भारतीय सिनेमा का अभिन्न हिस्सा है। फिल्म निर्माता कई लोकप्रिय उपन्यासों को पर्दे पर उतार चुके हैं। प्रेम कहानियों की बात करें तो शरत चंद्र चटर्जी के उपन्यास का अलग ही स्तर है। 15 सितंबर को साहित्य जगत में शरत चंद्र की जयंती मनाई जाती है। उनके कई उपन्यासों पर फिल्म निर्माता अलग-अलग दौर में फिल्में बना चुके हैं। उनके मशहूर उपन्यास 'देवदास' पर कई फिल्में बन चुकी हैं। आइए देखते हैं हिंदी सिनेमा में 'देवदास' का सफर।
देवदास- 1936
हिंदी सिनेमा में सबसे पहले 'देवदास' 1936 में बनाई गई थी। इस फिल्म को निर्देशक प्रमथेश बरुआ ने बनाया था। प्रमथेश ने इससे एक साल पहले ही बांग्ला में भी 'देवदास' बनाई थी। 1936 की 'देवदास' में केएल सहगल ने देवदास की भूमिका निभाई थी। उनके साथ जमुना बरुआ पारो और राजकुमारी चंद्रमुखी के किरदार में नजर आई थीं। इस फिल्म ने प्रमथेश बरुआ को रातों-रात स्टार बना दिया था। फिल्म अब बांग्लादेश फिल्म आर्काइव के संरक्षण में है।
देवदास- 1955
प्रमथेश द्वारा रखी गई नींव पर आगे चलकर अन्य निर्माताओं ने भी अपनी इमारतें खड़ी कीं। 1955 में हिंदी सिनेमा में फिर से 'देवदास' बनाई गई। यह फिल्म आज भी लोकप्रिय है। फिल्म में दिलीप कुमार ने देवदास का किरदार निभाया था और अभिनेत्री सुचित्रा सेन पारो बनी थीं। यह सुचित्रा की पहली हिंदी फिल्म थी। फिल्म का निर्देशन बिमल रॉय ने किया था। आज के दौर में यह फिल्म अमेजन प्राइम वीडियो पर देखी जा सकती है।
देवदास- 2002
2002 में संजय लीला भंसाली बड़े पर्दे पर शाहरुख खान और ऐश्वर्या राय के साथ 'देवदास' लेकर आए। नई पीढ़ी 'देवदास' के इसी रूप से परिचित है। फिल्म में माधुरी दीक्षित ने चंद्रमुखी का किरदार निभाया था। इस फिल्म को प्रतिष्ठित कान्स फिल्म फेस्टिवल में भी प्रदर्शित किया गया था। करीब 50 करोड़ रुपये में बनी इस फिल्म ने 100 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाए थे। शाहरुख की 'देवदास' को अमेजन प्राइम वीडियो पर देखा जा सकता है।
देव डी- 2009
2009 में आई 'देव डी' भी इस उपन्यास से प्रेरित है। यह इस कहानी का आधुनिक संस्करण है, जिसे अनुराग कश्यप ने बनाया था। फिल्म दिल्ली और पंजाब की पृष्ठभूमि पर आधारित है और रिश्तों के पारंपरिक ताने-बाने पर चोट करती है। फिल्म में अभय देओल, माही गिल और कल्की कोचलिन मुख्य भूमिका में नजर आए हैं। फिल्म के संगीत के लिए अमित त्रिवेदी को राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था। 'देव डी' नेटफ्लिक्स पर देखी जा सकती है।
न्यूजबाइट्स प्लस
'देवदास'एक बंगाली उपन्यास है। शरत चंद्र का यह उपन्यास एक मार्मिक प्रेम कहानी है। कहानी का मुख्य किरदार देवदास है। यह कहानी उसकी और उसकी प्रेमिका पारो और नर्तकी चंद्रमुखी पर आधारित है। इस उपन्यास पर अलग-अलग भाषाओं में करीब 20 फिल्में बन चुकी हैं। प्रथमेश बरुआ ने इसे हिंदी, बंगाली और अहोमी भाषा में बनाया था। पाकिस्तान और बांग्लादेश में भी इस पर फिल्में बन चुकी हैं। 1928 में नरेश मित्रा ने इस पर मूक फिल्म बनाई थी।