
'द छेल्लो शो' के बाल कलाकार राहुल कोली का निधन, कैंसर से थे पीड़ित
क्या है खबर?
भारत की ओर से ऑस्कर के लिए आधिकारिक फिल्म 'छेल्लो शो' (लास्ट फिल्म शो) गुरुवार को सिनेमाघरों में प्रदर्शित की जाएगी।
इससे पहले ही फिल्म की टीम के लिए एक बुरी खबर आई है। फिल्म के छह बाल कलाकारों में से एक राहुल कोली का निधन हो गया है। राहुल 15 वर्ष के थे और कैंसर से पीड़ित थे।
रिपोर्ट्स के अनुसार, राहुल का निधन रविवार (2 अक्टूबर) को हुआ।
बीमारी
बुखार और उल्टी के बाद राहुल को ले गए थे अस्पताल
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को राहुल ने नाश्ता किया जिसके बाद उन्हें बार-बार बुखार आने लगा। इसके बाद उन्हें उल्टियां हुईं और उनकी मौत हो गई।
रविवार को बुखार और उल्टी होने पर जामनगर में उनका इलाज कराया गया। इसके बाद उन्हें अहमदाबाद के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बच सकी।
राहुल चार महीने से ल्यूकेमिया से पीड़ित थे। उनका इलाज चल रहा था।
परिवार
14 अक्टूबर को सिनेमाघर में 'छेल्लो शो' देखेगा परिवार
राहुल अपने तीन भाई-बहनों में सबसे बड़े थे।
राहुल के पिता एक ऑटोरिक्शा चालक हैं। राहुल के इलाज के लिए उन्होंने अपना रिक्शा बेच दिया था। हालांकि, जब फिल्म की टीम को इस बारे में पता चला तो उन्हें रिक्शा वापस दिला दिया।
उनके पिता का कहना है कि राहुल का सपना ही परिवार के लिए सबकुछ था। बेटे के जाने से परिवार टूट गया है।
वे लोग 14 अक्टूबर को राहुल की 'लास्ट फिल्म शो' सिनेमाघरों में देखेंगे।
फिल्म
एक चाय बेचने वाले बच्चे की कहानी है 'छेल्लो शो'
'छेल्लो शो' गुजराती फिल्म है। इसका निर्देशन पान नलिन ने किया है। इस फिल्म को ऑस्कर 2023 के लिए भारत की आधिकारिक फिल्म के रूप में चुना गया है।
फिल्म का मुख्य किरदार एक बच्चा है जो चाय बेचता है। इस बच्चे का सपना है कि वह एक दिन बड़े पर्दे पर फिल्म देखे। इसके लिए वह हर संभव कोशिश करता है।
हालांकि, फिल्म के चुनाव पर कई तरह के सवाल भी उठ रहे हैं।
बिमारी
क्या होता है ल्यूकेमिया?
ल्यूकेमिया एक प्रकार का ब्लड कैंसर होता है।
खून में रेड ब्लड सेल, व्हाइट ब्लड सेल और प्लेटलेट्स होते हैं।
इनमें से व्हाइट ब्लड सेल्स, जो शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं, ल्यूकेमिया से सबसे ज्यादा यही प्रभावित होते हैं।
इससे इनकी संख्या बढ़ने लगती है और ये असामान्य हो जाते हैं, जिन्हें ल्यूकेमिक सेल कहा जाता है।
इससे शरीर में टिश्यूज को ऑक्सीजन पहुंचाने वाले रेड ब्लड सेल और प्लेटलेट्स की भी कमी होने लगती है।