'लियो' को लेकर नहीं थम रहा विवाद, अब सेंसर बोर्ड ने सिनेमाघर मालिकों को भेजा नोटिस
थलापति विजय इन दिनों अपनी फिल्म 'लियो' को लेकर विवादों में घिरे हुए हैं। फिल्म के ट्रेलर को लोग पसंद कर रहे हैं तो इसका एक डायलॉग विरोध की वजह बन गया है। फिल्म के निर्देशक लोकेश कनगराज इसके लिए माफी भी मांग चुके हैं, वहीं अब सेंसर बोर्ड ने सिनेमाघरों के मालिकों पर भी सख्ती दिखाई है। दरअसल, सेंसर बोर्ड ने अपशब्द वाले ट्रेलर को दिखाने के लिए सिनेमाघर मालिकों को कानूनी नोटिस भेज दिया है।
क्यों हो रहा फिल्म का विरोध?
'लियो' के ट्रेलर में विजय के किरदार को अपशब्द का इस्तेमाल करते हुए दिखाया गया है, जिसे महिलाओं के अपमान से जोड़कर देखा जा रहा है। निर्देशक लोकेश ने इस पर सफाई पेश करते हुए इसका दोष अपने ऊपर लिया है। उनका कहना है कि वो किरदार की भावनाओं को व्यक्त करना चाहते थे। उनका किसी को ठेस पहुंचाने का इरादा नहीं था। लोकेश ने बताया कि विजय इसे करने के लिए झिझक रहे थे, लेकिन उन्होंने अभिनेता का मनाया।
सेंसर बोर्ड का क्या कहना है?
चेन्नई सेंसर बोर्ड की कार्रवाई के घेरे में तमिलनाडु के सिनेमाघर आए हैं, जिन्होंने 'लियो' के अपशब्द वाले ट्रेलर को ही सिनेमाघरों में दर्शकों को दिखा दिया है। सेंसर बोर्ड की ओर से सिनेमाघरों के मालिकों को जारी किए गए नोटिस में कहा गया है कि इस ट्रेलर को उन्होंने मंजूरी नहीं दी थी। ऐसे में अब सिनेमाघरों को 11 अक्टूबर तक का समय दिया गया है, ताकि वे स्थिति साफ कर सके कि उन्हें ये ट्रेलर कहां से मिला।
बोर्ड को कार्रवाई न करने की भी देनी होगी वजह
नोटिस के अनुसार, सिनेमाघर मालिकों को ट्रेलर मिलने के बारे में जानकारी देने के साथ ही ये भी बताना होगा कि उन्हें क्यों लगता है कि उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होनी चाहिए। मालूम हो कि सिनेमेटोग्राफी एक्ट के अनुसार, किसी भी फिल्म या ट्रेलर को, जिसे सेंसर बोर्ड की ओर से प्रमाण नहीं मिला है, उसे जनता को नहीं दिखाया जा सकता है। अगर ऐसा होगा है तो ये दंडनीय अपराध है, जिसके लिए अदालत सजा दे सकती है।
इस दिन रिलीज होगी फिल्म
'लियो' एक एक्शन थ्रिलर है, जिसे लोकेश ने रत्ना कुमार और धीरज वैद्य के साथ मिलकर लिखा है। फिल्म में विजय के साथ संजय दत्त, अर्जुन सरजा और तृषा अहम भूमिका निभाते हुए नजर आएंगे। 19 अक्टूबर को सिनेमाघरों में दस्तक देने वाली इस फिल्म को नेटफ्लिक्स 4 हफ्ते बाद ही OTT पर लेकर आएगा, जिसको लेकर राष्ट्रीय मल्टीप्लेक्स सीरीज यानी PVR, आईनॉक्स और सिनेपोलिस सिनेमाघर राजी नहीं हैं और उन्होंने इसे हिंदी में रिलीज करने से इनकार किया है।
पहले भी हुए हैं विवाद
शाहरुख खान की 'पठान' को अपने एक गाने के चलते खूब विरोध झेलना पड़ा था, वहीं 'द केरल स्टोरी' पर केरल की छवि खराब करने का आरोप लगा था। इसी तरह 'पद्मावत', 'द कश्मीर फाइल्स' और 'आदिपुरुष' सहित कई फिल्में विवादों में घिर चुकी हैं।