निर्भया के दोषियों को हुई फांसी, बॉलीवुड हस्तियां बोली- आखिर न्याय मिल गया
निर्भया मामले में आखिरकार सात साल बाद चारों दोषियों को आज सुबह 05:30 बजे तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई। आज निर्भया के माता-पिता ने राहत की सांस ली। वहीं पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। जिस समय निर्भया को न्याय दिलाने की मांग हो रही थी, तब कई बॉलीवुड सितारों ने भी आवाज उठाई थी। अब इन दोषियों को फांसी होने के बाद बॉलीवुड सितारों ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है।
सुष्मिता, रितेश और तापसी ने परिवार के लिए की प्रार्थना
सुष्मिता सेन ने ट्वीट किया, 'एक मां की सहनशक्ति और धैर्य को इंसाफ मिला, आखिरकार न्याय हुआ।' वहीं रितेश देशमुख ने अपने ट्वीट में लिखा, 'निर्भया के माता-पिता और दोस्तों के साथ मेरी पूरी संवेदना है। लंबा वक्त जरूर लगा लेकिन आखिरकार न्याय मिला।' अभिनेत्री तापसी ने लिखा, 'आखिरकार यह हो गया। मैं उम्मीद करती हूं कि सालों बाद आज निर्भया के माता-पिता चैन से सो पाएंगे। आशा देवी के लिए यह बहुत लंबी और संघर्षपूर्ण लड़ाई रही।'
ऋषि कपूर ने की महिलाओं का सम्मान करने की अपील
दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर ने कहा, 'जैसी करनी वैसी भरनी। इसे भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में उदाहरण के तौर पर देखा जाना चाहिए। बलात्कार की सजा मौत है। आपको महिलाओं का सम्मान करना ही होगा। शर्म आनी चाहिए उन लोगों को जिन्होंने इस फांसी में देरी करवाई। जय हिन्द।' फिल्मकार मधुर भंडारकर ने लिखा, 'आखिरकार निर्भया को इंसाफ मिला। मैं प्रार्थना करता हूं कि आज उसके माता-पिता को मानसिक शांति मिलेगी।'
प्रीति जिंटा ने जाहिर किया गुस्सा
प्रीति जिंटा ने फांसी में देरी होने पर अपना गुस्सा जाहिर करते हुए लिखा, 'अगर 2012 में ही निर्भया के दोषियों को फांसी हो जाती तो न्यायिक प्रणाली महिलाओं के खिलाफ होने वाले कई अपराधों को रोक सकती थी। कानून का डर उन लोगों पर भी लगाम रखता जो इसकी परवाह ही नहीं करते। बचाव हमेशा इलाज से बेहतर होता है। अब वक्त आ गया है कि भारतीय सरकार न्यायिक व्यवस्था में सुधार की ओर कदम उठाए।'
तिहाड़ जेल के दोषियों को फांसी दिए जाने के बाद मीडिया से की बात
तिहाड़ जेल के डायरेक्टर संदीप गोयल ने फांसी दिए जाने के बाद मीडिया से कहा कि पवन गुप्ता, मुकेश कुमार, विनय शर्मा और अक्षय कुमार को सुबह 05:30 बजे फांसी दे दी गई। डॉक्टर ने चारों की बॉडी को जांचा और उन्हें मृत घोषित कर दिया। इन चारों की फांसी का यह चौथा वॉरेंट जारी हुआ था। इनकी फांसी से पहले रात को 02:30 बजे तक सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चलती रही, लेकिन इस बार इनकी फांसी नहीं रुक पाई।
क्या था पूरा मामला?
16 दिसंबर, 2012 में निर्भया अपने एक दोस्त के साथ फिल्म देखकर घर लौट रही थी। उन्होंने साकेत से रात 9 बजे मुनिरका के लिए बस ली। इसी चलती में छह लोगों ने निर्भया के साथ गैंगरेप किया। पुलिस ने रिकॉर्ड टाइम से इन सभी दोषियों को गिरफ्तार किया था। इनमें से एक नाबालिक दोषी को जूवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने तीन साल के लिए प्रोबेशन होम भेज दिया था, वहीं एक दोषी ने जेल में ही आत्महत्या कर ली थी।