'आदिपुरुष' विवाद पर अरुण गोविल बोले- रणनीति थी भगवान हनुमान के लिए सीट खाली रखना
ओम राउत की 'आदिपुरुष' रिलीज के बाद से ही अपने संवादों को लेकर विवादों में घिरी हुई है। फिल्म के निर्माताओं की लगातार आलोचना की जा रही है और इस पर बैन लगाने की भी मांग हो रही है। अब रामानंद सागर की 'रामायण' में भगवान राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल ने फिल्म के निर्माताओं पर निशाना साधा है। उन्होंने सिनेमाघरों में भगवान हनुमान के लिए सीट खाली रखने को निर्माताओं के प्रचार की रणनीति बताया है।
आस्था के विषयों के साथ खिलवाड़ न करने की दी सलाह
गोविल ने हाल ही में CNN न्यूज18 के साथ 'आदिपुरुष' को लेकर चल रहे विवाद पर बात करते हुए कहा कि किसी भी आस्था के विषयों के साथ खिलवाड़ करने से बचना चाहिए क्योंकि यह लोगों के लिए एक संवेदनशील विषय होता है। इस दौरान गोविल मेकर्स पर बिफर गए और फिल्म में देवी-देवताओं का मजाक बनाने पर नाराजगी जाहिर की। इसके साथ ही उन्होंने मेकर्स के कई राज्यों के मुख्यमंत्री से मिलने पर भी टिप्पणी की।
किसी और विषय पर दिखा सकते थे रचनात्मक स्वतंत्रता- गोविल
गोविल ने कहा, "मेरा मानना है कि हमें भगवान के साथ कोई भी स्वतंत्रता नहीं लेनी चाहिए। हम हिंदू भी अपने धर्म को लेकर बहुत संवेदनशील होते हैं, जितना दूसरे धर्म के लोग होते हैं, लेकिन दूसरे धर्मों के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं करता। फिर ये प्रयोग क्यों कर रहे हैं?" उन्होंने कहा, "इस तरह से फिल्म बनाने की क्या जरूरत थी? और भी बहुत सारे विषय हैं। वहां मेकर्स अपनी रचनात्मक स्वतंत्रता का इस्तेमाल कर सकते थे।"
इसलिए खाली रखी भगवान हनुमान के लिए सीट
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि जब उन्होंने टीजर जारी किया था तो उन्हें समझ आ गया था कि फिल्म को लेकर बवाल होगा, लेकिन तब तक पूरी तैयारी हो चुकी थी। वो कुछ नहीं कर सकते थे इसलिए भाजपा के मुख्यमंत्रियों से मिल रहे थे।" उन्होंने कहा, "भगवान हनुमान के लिए सीट खाली रखना उनकी रणनीति थी। फिल्म रिलीज हो रही थी तो उन्हें पता था कि कुछ गलत होगा इसलिए उन्होंने खुद को बचाने की हर तरकीब अपनाई।"
फिल्म के डायलॉग पर भी आपत्ति जता चुके हैं गोविल
इससे पहले इंडिया टीवी से बातचीत के दौरान गोविल फिल्म में इस्तेमाल किए गए डायलॉग पर भी आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा था, "भगवान राम की एक छवि हमारे मन में बसी हुई है कि उनके चेहरे पर मुस्कान है और उनका स्वभाव बहुत सौम्य है, लेकिन फिल्म में दिखाई गई उनकी छवि इसके एकदम विपरित थी।" उन्होंने कहा, "इसके लिए में अभिनेता प्रभास को दोषी नहीं मानता हूं, यह क्रिएटिव का काम था, जिसमें वे विफल रहे।"