आमिर खान ने कराई सोनू निगम और भूषण कुमार की दोस्ती, खत्म हुई लड़ाई
कहते हैं अंत भला तो सब भला। ऐसा ही कुछ हुआ है गायक सोनू निगम और टी-सीरीज के मालिक भूषण कुमार के रिश्ते के साथ। 3 साल पहले दोनों के बीच की कड़वी लड़ाई जगजाहिर थी। इनकी लड़ाई ने मीडिया में भी खूब सुर्खियां बटोरी थीं। हालांकि इनके बीच अब सब कुछ ठीक हो चुका है। सोनू पिछले साल से टी-सीरीज के लिए कुछ गाने भी गा चुके हैं। उन्होंने इस पर अपना बयान भी दिया है।
आमिर खान की थी यह इच्छा
हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के अनुसार सोनू और भूषण अपने बीच की कड़वाहट भुला चुके हैं। दोनों की दोस्ती के पीछे आमिर खान का हाथ है। दरअसल, पिछले साल आई फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' में आमिर चाहते थे कि 'मैं की करां' सोनू ही गाएं। इस फिल्म के म्यूजिक की कमान टी-सीरीज के पास थी। इस गाने के लिए दोनों पेशेवर तरीके से मिले और आखिर में बीती लड़ाइयों को पीछे छोड़ दिया।
आखिर में प्यार और शांति रहनी चाहिए- सोनू
इस साल आई भूषण की फिल्म 'शहजादा' का टाइटल ट्रैक भी सोनू ने गाया था। सोनू उनकी फिल्म 'आदिपुरुष' के 'जय श्री राम' गाने भी अन्य गायकों के साथ शामिल होने के लिए राजी हो गए। इस बारे में सोनू ने कहा, "इस बात को ज्यादा तवज्जो नहीं देनी चाहिए। जरूर है कि आखिर में प्यार और शांति ही रहे।" हालांकि, इस बारे में भूषण ने कोई जवाब नहीं दिया।
एक-दूसरे के खिलाफ की थी खूब बयानबाजी
2020 में सोनू ने सोशल मीडिया पर बिना नाम लिए भूषण पर 'म्यूजिक माफिया' होने का आरोप लगाया था। उनके इस पोस्ट ने खूब चर्चा बटोरी थी। इसके बाद उन्होंने एक और वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने अबु सलेम और भूषण पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली मॉडल अनुपमा कुंवर का नाम लिया। भूषण की पत्नी दिव्या खोसला कुमार ने सोशल मीडिया पर सोनू को जवाब दिया था। उन्होंने कहा था कि सोनू अंडरवर्ल्ड से जुड़े थे।
दिव्या ने कही थी ये बात
अपने वीडियो में दिव्या ने सोनू को यह भी याद दिलाया था कि उनका करियर उनके दिवंगत ससुर गुलशन कुमार की देन है। दिव्या के वीडियो के बाद मामले ने और तूल ले लिया था।
सोनू के समर्थन में आए थे कई गायक
सोनू के आरोपों ने म्यूजिक इंडस्ट्री में खलबली मचा दी थी। उन दिनों सुशांत सिंह राजपूत की मौत के कारण फिल्म इंडस्ट्री में माफियों की चर्चा गरमाई हुई थी। सोनू के पोस्ट के बाद कई गायक 'म्यूजिक माफिया' के खिलाफ एकजुट हो गए थे। अदनान सामी ने लिखा था, 'इनकी बातें मानो या फिर बाहर निकल जाओ। क्यों रचनात्मकता को ऐसे लोग नियंत्रित कर रहे हैं, जिन्हें इसकी समझ ही नहीं है और वे लोग भगवान बने हुए हैं?'