अलीजेह अग्निहोत्री कभी नहीं बनना चाहती थीं अभिनेत्री, बोलीं- डरावना लगता था ये सब
सलमान खान की भांजी अलीजेह अग्निहोत्री ने बीते साल फिल्म 'फर्रे' के साथ अभिनय की दुनिया में कदम रखा था। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर भले ही कमाल नहीं दिखा पाई, लेकिन अलीजेह के अभिनय को काफी सराहा गया और वह दर्शकों का दिल जीतने में सफल रहीं। अब हाल ही में अलीजेह ने कहा कि वह जल्दबाजी में किसी भी प्रोजेक्ट का हिस्सा नहीं बनना चाहती हैं। साथ ही उन्होंने फिल्मी परिवार से ताल्लुक रखने पर भी विचार साझा किए।
'फर्रे' से बॉलीवुड में आने की नहीं थी योजना
ईटाइम्स से बातचीत में अलीजेह से पूछा गया कि उन्होंने 'फर्रे' को क्यों चुना, जबकि वह बड़े पैमाने वाली किसी फिल्म से शुरुआत कर सकती थीं। इस पर उन्होंने बताया कि ऑडिशन देने के बाद उन्हें कई प्रोजेक्ट के लिए चुना गया पर बात नहीं बनी। उन्होंने थाई फिल्म 'बैड जीनियस' देखी थी, जिस पर 'फर्रे' आधारित है और काफी समय से इस पर बातचीत चल रही थी। हालांकि, ऐसे कभी भी नहीं था कि यह उनकी पहली फिल्म होगी।
फिल्म के किरदार से खुद को जुड़ा महसूस करती थीं अभिनेत्री
अलीजेह कहती हैं, "एक अभिनेत्री के रूप में आपको अपनी ताकत और कमजोरियों को जानना होगा और सही समय पर सही लोगों के साथ काम करना होगा और इस प्रोजेक्ट के साथ ऐसा ही हुआ।" अलीजेह को इस फिल्म के लिए ज्यादा कुछ बदलने की जरूरत नहीं पड़ी। उन्हें अपने किरदार से जुड़ाव महसूस होता था। वह जानती थीं उनका किरदार ज्यादा पसंद करने योग्य नहीं है, लेकिन प्यारा है और ऐसे में वह उसका साथ देना चाहती थीं।
लेखन या निर्देशन में हाथ आजमाना चाहती थीं अभिनेत्री
अलीजेह का परिवार सिनेमा जगत से जुड़ा हुआ है, लेकिन उन्हें अभिनेत्री नहीं बनना था। उन्होंने कहा, "मैं हमेशा से रचनात्मक क्षेत्र में कुछ करना चाहती थी, जैसे निर्माण, निर्देशन या लेखन। मेरा परिवार सोचता था कि मैं अभिनय में अपना करियर बनाऊंगी, लेकिन मेरे लिए ऐसा नहीं था।" उनका मानना है कि इस पेशे के बहुत सारा अतिरिक्त बोझ आता है, जिसके साथ ही लोगों की राय का सामना करना होता है। उनके लिए यह सब डराने वाला था।
अपने माता-पिता से राय लेती थीं अलीजेह
अलीजेह को बाद में लगा कि कई रचनात्मक लोग कम बोलते हैं और सार्वजनिक वक्ता बनने के लिए एक अलग कौशल की आवश्यकता होती है। रणवीर सिंह का उदाहरण देते हुए अलीजेह कहती हैं कि वह जब एक कमरे में आते हैं तो वहां की ऊर्जा बदल जाती है। ऐसे में उन्होंने अपने माता-पिता को अपनी वीडियो दिखाना शुरू किया। वे ईमानदार से राय देते, जिसके बाद वह ऑडिशन देने लगीं। कई बार रिजेक्ट हुईं पर कभी हार नहीं मानी।
परिवार से मिली ये खास सीख
अलीजेह ने कहा, "हमारे परिवार में सलमान खान हैं, जो सुपरस्टार हैं। मेरे पिता अतुल अग्निहोत्री निर्माता हैं और मेरे नाना सलीम खान पटकथा लेखक हैं। मेरे पास हर क्षेत्र से जुड़े लोग हैं, जिनका अपना सफर रहा हैं। परिवार ने मुझे सिखाया है कि हर किसी के अच्छे और बुरे दिन होते हैं।" अलीजेह बताती हैं कि सलमान हमेशा से जानते थे कि वह अभिनेत्री ही बनेंगी और जब उन्होंने अभिनेता को यह बताया तो वो हंसने लगे थे।