'जिगरा' रिव्यू: आलिया भट्ट की उम्दा अदाकारी के मुरीद हुए लोग, बताया फिल्म का भविष्य
आलिया भट्ट की गिनती बॉलीवुड की बेहतरीन अभिनेत्रियों में होती है। फिल्म दर फिल्म इंडस्ट्री में उनका कद बढ़ता जा रहा है। अब आलिया की फिल्म 'जिगरा' रिलीज हो गई है, जिसकी राह उनके प्रशंसक बड़ी बेसब्री से देख रहे थे। वासन बाला के निर्देशन में बनी यह फिल्म आज यानी 11 अक्टूबर को सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। फिल्म देखने के बाद एक्स पर जनता ने अपना फैसला सुनाया है। आइए जानें क्या बोले लोग।
समय के साथ-साथ पैसा भी हुआ बर्बाद
एक यूजर ने लिखा, 'पूरी फिल्म की कहानी जेल के आसपास ही गुजर गई। बुरे लेखन की वजह से यह फिल्म ऐसी मात खाई कि आलिया की उम्दा अदाकारी भी इसे बचाने में नाकाम रही।' एक लिखते हैं, 'आलिया के अलावा फिल्म में कुछ भी देखने लायक नहीं। इसमें मनोरंजन की कमी खासी खलती है।' एक ने लिखा, 'कितनी उबाऊ फिल्म है यार। समय के साथ पैसा भी बर्बाद हो गया। जबरन आलिया को एक्शन में फिट किया गया है।'
आलिया ने जीते दिल
ज्यादातर लोगों ने आलिया की तारीफ की है। एक ने लिखा, 'आलिया क्या गजब की अभिनेत्री हैं। एक्टिंग के मामले में उनके आसपास तक कोई नहीं फटक सकता।' एक लिखते हैं, 'रुला दिया लड़की ने।' एक ने लिखा, 'एक्शन सीन देख सांस थम जाती है।' किसी ने आलिया के अभिनय को 'फायर' बताया कि किसी ने कहा कि वह 'एंग्री यंग वुमन' बन पर्दे पर छा गईं। एक लिखते हैं, 'फिल्म फीकी है, पर आलिया में तो दम है बॉस।'
आलिया भट्ट ने लूटी वाहवाही
फिल्म के क्लाइमैक्स पर अलग-अलग राय
किसी ने फिल्म के क्लाइमैक्स को जबरदस्त बताया है तो कोई इसे वाहियात बता रहा है। एक ने लिखा, 'इसका अंत निराश करता है। कुल मिलाकर फिल्म बेहतर हो सकती थी, लेकिन कमजोर कहानी ने खेल बिगाड़ दिया।' एक यूजर ने लिखा, 'क्लाइमैक्स बढ़िया होता तो और मजा आता।' एक लिखते हैं, 'बड़े समय बाद ऐसी फिल्म देखी, जिसे देख आंसू छलक आए।' एक ने लिखा, 'आलिया को 100 में से 100 नंबर। यह उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।'
यूजर का पोस्ट
क्या है फिल्म की कहानी?
फिल्म की कहानी किसी प्रेमी-प्रेमिका की नहीं है। कहानी है बहन सत्या (आलिया) और उसके भाई अंकुर (वेदांग रैना) की। इनकी मां बहुत बचपन में गुजर गई थी और पिता ने इन्हीं मासूमों के सामने खुदकुशी कर ली थी। बस उसी हादसे के बाद अपने भाई को टूटकर प्यार करने वाली सत्या, अंकुर के लिए एक ऐसा सुरक्षा कवच बन जाती है, जिसे भेद पाना असंभव-सा मालूम होता है। फिल्म की पूरी कहानी भाई-बहन के रिश्ते के इर्द-गिर्द घूमती है।