आमिर की बेटी इरा ने डिप्रेशन से जूझने पर की खुलकर बात, बताया कैसे दी मात
क्या है खबर?
बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान की बेटी इरा खान अक्सर ही सोशल मीडिया पर सुर्खियों बटोरती रहती हैं।
इरा को 5 साल पहले क्लिनिकल डिप्रेशन के शिकार होने बारे में पता चला था, जिसके बाद उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था।
हाल ही में उन्होंने इस बारे में खुलकर बात की है और कहा है कि उनके परिवार में मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का इतिहास रहा है।
इरा इसके साथ नहीं जीना चाहती थीं, इसलिए उन्होंने इससे लड़ाई लड़ी।
विस्तार
मानसिक स्वास्थ्य सहायता के लिए लॉन्च किया फाउंडेशन
ईटाइम्स के साथ बातचीत के दौरान इरा ने बताया कि उन्होंने हाल ही में मानसिक स्वास्थ्य सहायता प्रदान करने के लिए अगस्तू फाउंडेशन लॉन्च किया है।
आमिर और उनकी मां रीना दत्ता फाउंडेशन के सलाहकार बोर्ड में हैं और उन्हें सही फंडिंग नहीं मिलने तक इसे स्थापित करने में उनकी मदद करेंगे।
इसी दौरान इरा ने अपने डिप्रेशन से लड़ने और उससे बाहर आने के बारे में खुलकर बात की।
बयान
इरा के व्यवहार में होने लगे थे बदलाव
इरा ने बताया कि शुरुआत में उन्होंने अपने व्यवहार में बदलाव देखा, जैसे लंबे समय तक रोना, उदास महसूस करना और चार दिनों तक खाना न खाना। ऐसे में उन्हें एहसास हुआ कि कुछ गड़बड़ है।
इरा ने बताया कि माता-पिता के तलाक का उन पर ज्यादा असर नहीं हुआ, फिर भी उन्हें कुछ दिक्कत लग रही थी और ऐसे में उन्होंने मदद के लिए मां को पत्र लिखा।
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अभी भी दवा ले रही हैं इरा
इरा ने बताया कि वह अभी भी दवाएं ले रही हैं और कभी-कभी उन्हें चिंताजनक स्थिति का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने कहा, "हर 8-10 महीने में मेरे साथ एक बड़ी दुर्घटना हो जाती है। यह आंशिक रूप से जेनेटिक, मनोवैज्ञानिक या सामाजिक होती है। मुझे इसका पता लगाने में थोड़ा समय लगाता है, लेकिन मेरे परिवार में मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं रही हैं। मैंने भी स्वस्थ विकल्प नहीं चुने और इसलिए डिप्रेशन की और चली गई।"
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पिछले साल झेली काफी परेशानी
इरा को पिछले साल दवा छोड़ने के बाद वजन बढ़ने सहित कई परेशानियों का सामना करना पड़ा था।
उन्होंने कहा, "मेरा साथ ऐसा हो गया था कि जब मुझे कुछ अच्छा नहीं लगता था तो मैं खाना खाती थी, फिर मैं खुद को भूखा रखती। मैं जर्मनी गई और वहां जाकर दवा छोड़कर फास्टिंग शुरू कर दी। इससे मैं 6 महीने तक बेड पर रोती रही। इसके बाद मैंने दवा लेना शुरू किया क्योंकि मुझे ऐसे नहीं जीना था।"