68वां राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार: इन फिल्मों और कलाकारों को किया गया सम्मानित
नई दिल्ली के विज्ञान भवन में 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के विजेताओं को सम्मानित किया गया। एक रंगारंग कार्यक्रम में कलाकारों को राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया। इस कार्यक्रम में देश के खास मेहमानों ने हिस्सा लिया। बता दें कि राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा जुलाई में की गई थी। सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार अजय देवगन ने 'तान्हाजी' के लिए और सूर्या ने 'सोरारई पोटरू' के लिए संयुक्त रूप से जीता। आइए विजेताओं की सूची पर नजर डालते हैं।
सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म का पुरस्कार 'तान्हा जी' को मिला
कोरोना महामारी के कारण इन पुरस्कारों की घोषणा में देरी हुई थी। 2020 की फिल्मों के लिए ये पुरस्कार घोषित किए गए थे। सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार तमिल फिल्म 'सोरारई पोटरू' को मिला। फिल्म में सूर्या लीड रोल में दिखे थे। सर्वश्रेष्ठ लोकप्रिय फिल्म की बात करें तो अजय की फिल्म 'तान्हा जी' ने इस पर कब्जा जमाया। ओम राउत के निर्देशन की इस फिल्म में अजय तान्हा जी बालुसारे की भूमिका में थे।
सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए सूर्या और अजय देवगन को दिया गया सम्मान
सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए सूर्या और अजय को संयुक्त रूप से पुरस्कार दिया गया। सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार तमिल अभिनेत्री अपर्णा बालमुरली को मिला। उन्हें 'सोरारई पोटरू' में शानदार प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। मलयालम फिल्म 'अयप्पणुम कोशियम' के लिए बीजू मेनन को सर्वश्रेष्ठ सह अभिनेता के पुरस्कार से सुशोभित किया गया। अभिनेत्री लक्ष्मी प्रिया चंद्रमौली ने तमिल फिल्म 'सिवरंजनयुम' के लिए सर्वश्रेष्ठ सह अभिनेत्री का खिताब जीता।
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित हुईं आशा पारेख
आशा पारेख को 2020 का दादा साहेब फाल्के दिया गया। उन्हें सम्मानित करने से पहले समारोह में आशा पर बनी एक फिल्म दिखाई गई। 79 वर्षीया आशा पारेख 'दिल देके देखो', 'कटी पतंग', तीसरी मंजिल जैसी फिल्मों में काम कर चुकी हैं। आशा ने कहा, "जन्मदिन से दो दिन पहले सम्मान प्राप्त करना खुशी की बात है। मैं इसके लिए जूरी का धन्यवाद देती हूं।" बता दें कि दादा साहेब फाल्के भारतीय सिनेमा में दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार है।
आशा पारेख को किया गया सम्मानित
अलग-अलग क्षेत्रों में इन विजेताओं को मिले पुरस्कार
सच्चिदानंदन केआर को 'अयप्पमुण कोशियम' के लिए सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार मिला। सर्वश्रेष्ठ महिला प्लेबैक सिंगर का पुरस्कार 'अयप्पणुम कोशियम' के लिए नचम्मा को दिया गया। नचम्मा का जीवन आदिवासी संगीत के लिए समर्पित है। वह अपने लोकगीतों के लिए जानी जाती हैं। सर्वश्रेष्ठ पुरुष प्लेबैक सिंगर के लिए राहुल देशपांडे को फिल्म 'मी वसंतराव' (मराठी) के लिए पुरस्कार मिला। मराठी फिल्म 'सुमी' को सर्वश्रेष्ठ बाल फिल्म का पुरस्कार दिया गया।
मनोज मुंतशिर को 'सायना' के लिए किया गया सम्मानित
जाने-माने गीतकार मनोज मुंतशिर को 'सायना' के लिए सर्वश्रेष्ठ गीतकार का पुरस्कार दिया गया। नचिकेत बर्बे और महेश शेरला को 'तान्हा जी' के लिए सर्वश्रेष्ठ कॉस्ट्यूम डिजाइनर का पुरस्कार प्रदान किया गया। 'तुलसीदास जूनियर' को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म के सम्मान से सम्मानित किया गया। इसके लिए सुनीता गोवारिकर ने पुरस्कार ग्रहण किया। भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सिनेमा जगत के सभी विजेताओं को शुभकामनाएं दी हैं।
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के वितरण कार्यक्रम में क्या बोलीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू?
राष्ट्रगान के साथ ही राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के वितरण का कार्यक्रम समाप्त हुआ। इस दौरान केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में मुर्मू ने कहा, "फिल्म का सबसे अधिक प्रभाव बच्चों और युवाओं पर पड़ता है। आपसे अपेक्षा है कि आप भावी पीढ़ी के निर्माण में अपना योगदान देंगे। मुझे विश्वास है कि फिल्म इंडस्ट्री लगातार विकास करेगी और विश्वस्तर पर ऊंचाइयों तक पहुंचेगी।"