उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री योगी ने की 'स्कूल चलो अभियान' की शुरुआत, जानें क्या है इसका मकसद
क्या है खबर?
प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शत-प्रतिशत भर्ती सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को 'स्कूल चलो अभियान' की शुरुआत की।
योगी ने साक्षरता दर में सबसे पिछड़े जनपद श्रावस्ती से इस प्रदेशव्यापी स्कूल चलो अभियान का शुभारंभ किया। यह अभियान 30 अप्रैल तक चलाया जाएगा।
इस दौरान उन्होंने शिक्षकों और प्रधानाचार्यों से अनुरोध किया कि वह घर-घर जाकर यह देखें कि कोई बच्चा स्कूल जाने से वंचित न रह जाए।
प्रवेश
सभी बच्चों को स्कूलों में मिले प्रवेश- योगी
मुख्यमंत्री ने श्रावस्ती में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश ने पिछले दो साल सदी के सबसे बड़े संकट कोरोना वायरस से जूझते हुए बिताए।
उन्होंने कहा, "यह अभियान दोबारा दो साल बाद शुरू हो रहा है। हो सकता है कि बच्चों को दोबारा स्कूल जाने में आलस आता हो। लेकिन हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी बच्चा छूटे नहीं और सभी को स्कूलों में प्रवेश दिया जाए।"
बेसिक शिक्षा
प्रदेश में बेसिक शिक्षा सुधरी तो आगे की शिक्षा भी दुरुस्त हो जाएगी- योगी
योगी ने शिक्षा की बुनियाद को मजबूत करने के लिए प्रदेश की बेसिक शिक्षा को दुरुस्त करने की बात कही।
उन्होंने कहा, "जनप्रतिनिधि और नागरिक स्कूलों को गोद लें। हम-आप मिलकर शिक्षक सुधार करेंगे। शिक्षकों के साथ जनप्रतिनिधि और नागरिक शैक्षिक सुधार पर काम करें। एक-एक स्कूल गोद लें। वहां हर बुनियादी सुविधा उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करें।"
उन्होंने आगे कहा कि बेसिक शिक्षा सुधरी तो आगे की शिक्षा भी दुरुस्त हो जाएगी।
बदहाल
2017 से पहले परिषदीय स्कूल बदहाल थे- योगी
विपक्ष पर निशाना साधते हुए योगी ने कहा कि 2017 से पहले परिषदीय स्कूल बदहाल थे और पढ़ने-लिखने का माहौल ठीक नहीं था।
उन्होंने कहा, "इसे पटरी पर लाने के लगातार प्रयास हो रहे है। मिशन कायाकल्प के तहत स्कूलों की तस्वीर बदली जा रही है। स्कूल में व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ-साथ हमें छात्र-छात्राओं की उपस्थिति पर भी काम करना है।"
उन्होंने आगे कहा कि यह सबकी कोशिश होनी चाहिए कि शत-प्रतिशत बच्चे नियमित रूप से स्कूल आएं।
भोजन
योगी ने बच्चों को परोसा भोजन
योगी ने इकौना के जयचंदपुर कटघरा गांव के बेसिक स्कूल में 'स्कूल चलो अभियान' को प्रारंभ करने के बाद बच्चों को भोजन भी परोसा।
इस अवसर पर उन्होंने बच्चों से कहा, "शिक्षा ही एकमात्र साधन है जो प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में परिवर्तन का कारक बन सकता है। शिक्षा ही वास्तव में प्रत्येक नागरिक को एक सही दिशा दे सकती है और उसके सर्वांगीण विकास की आधारशिला रख सकती है।"