उत्तर प्रदेश: 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षाएं कल से शुरू होंगी, इस बार लागू हुए ये नियम
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPSEB) की 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षाएं कल (22 फरवरी) से शुरू होने जा रही हैं। बोर्ड परीक्षाएं दो पालियों में आयोजित होंगी। पहली पाली की परीक्षा सुबह 8:30 बजे से 11:45 बजे तक और दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर 2 बजे से शाम 5:15 बजे तक आयोजित होगी। परीक्षा को सफलता पूर्वक संपन्न कराने के लिए प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। आइए इस बार लागू किए गए बदलावों के बारे में जानते हैं।
8,000 से ज्यादा केंद्रों पर होगी परीक्षा
10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं उत्तर प्रदेश के 75 जिलों के लगभग 8,265 केंद्रों पर आयोजित की जाएंगी। 776 केंद्रों को संवेदनशील और 275 केंद्रों को अति संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है। मथुरा, अलीगढ़, मऊ, बलिया, कौशांबी, प्रयागराज, चंदौली, जौनपुर, देवरिया, गाजीपुर, मैनपुरी, एटा, हरदोई, आजमगढ़, गोंडा और बागपत संवेदनशील जिले हैं। इन जिलों में नकल रोकने के लिए विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है। मेरठ, बरेली, प्रयागराज, वाराणसी में कंट्रोल सेंटर स्थापित किए गए हैं।
हर पेज पर अंकित होगा QR कोड
इस बार उत्तर पुस्तिकाओं में भी बदलाव देखने को मिलेगा। उत्तर पुस्तिका के हर पेज पर QR कोड क्रमांक अंकित किया गया है। इससे उत्तर पुस्तिकाओं की अदला बदली को रोकने में मदद मिलेगी। इसके अलावा उत्तर पुस्तिका के बीच में भी QR कोड और क्रमांक नंबर होगा। उत्तर पुस्तिकाओं के पेजों को स्टेपल पिन के स्थान पर सिलाई करके जोड़ा गया है। इस बार पुस्तिकाओं के रंगों में भी बदलाव नजर आएगा।
इतने परीक्षार्थी होंगे शामिल
इस बार परीक्षा में कुल 55,25,308 विद्यार्थी शामिल होंगे, इसमें कक्षा 10 के लिए 29,47,311 परीक्षार्थी और कक्षा 12 के लिए 25,77,997 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। परीक्षा में 29,99,507 पुरुष उम्मीदवार और 25,25,801 महिला उम्मीदवार शामिल होंगी। इसके अलावा प्रदेश के अलग-अलग जेलों में बंद 257 कैदी भी बोर्ड परीक्षाएं देंगे। 12वीं की परी7ा में 139 और 10वीं की परीक्षा में 118 कैदी शामिल होंगे। पिछले साल परीक्षाओं में 58 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए थे।
हर परीक्षा कक्ष पर लगे वॉयस रिकॉर्डिंग कैमरे
8,265 केंद्रों के लगभग 1.35 लाख परीक्षा कक्षों में 2.90 लाख से अधिक वॉयर रिकॉर्डिंग कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा राउटर डिवाइस और हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्शन की व्यवस्था की गई है ताकि हर केंद्र पर नजर रखी जा के। परीक्षा की निगरानी के लिए लगभग 2.75 लाख पर्यवेक्षक, 1,297 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 430 जोन मजिस्ट्रेट, 416 टीमें और 75 राज्यस्तरीय पर्यवेक्षक अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। सभी पर्यवेक्षकों को विशेष पहचानपत्र वाले QR कोड और नंबर दिए गए हैं।
छात्रों को करना होगा इन निर्देशों का पालन
छात्रों के प्रवेश पत्र पर प्रधानाचार्य के हस्ताक्षर और मुहर होनी चाहिए। छात्रों को परीक्षा शुरू होने से आधे घंटे पहले केंद्र पर पहुंचना होगा। परीक्षा शुरू होने के बाद प्रवेश नहीं दिया जाएगा। छात्र-छात्राओं को मोबाइल, कैलकुलेटर या अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ प्रवेश नहीं मिलेगा। अगर किसी भी छात्र के पास ये सामान मिलते हैं या वे नकल में लिप्त पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
शिकायत निराकरण के लिए इन नंबरों पर करें संपर्क
अभ्यर्थियों और आम जनता की शिकायतों के समाधान के लिए लखनऊ स्थित राज्य कंट्रोल रूम पर एक कॉल सेंटर संचालित किया जाएगा। विद्यार्थी हेल्पलाइन नंबर 1800-180-5310 और 1800-180-5312 पर संपर्क कर अपनी समस्या बता सकते हैं। इसका तुरंत निराकरण किया जाएगा।