जंतुविज्ञान वैकल्पिक विषय की तैयारी के लिए करें इन किताबों का इस्तेमाल
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में जंतुविज्ञान वैकल्पिक विषय बेहद लोकप्रिय है। अगर अभ्यर्थी पाठ्यक्रम को व्यापक रूप से कवर करते हैं तो ये विषय स्कोरिंग साबित हो सकता है। परीक्षा में अच्छे अंक हासिल करने के लिए सही पुस्तकों को चुनने की सलाह दी जाती है। इसके साथ ही महत्वपूर्ण अध्यायों का अध्ययन करने के लिए उचित तकनीक का इस्तेमाल करना भी महत्वपूर्ण है। आइए परीक्षा तैयारी के लिए उपयोगी किताब जानते हैं।
पेपर 1 का पाठ्यक्रम
जंतुविज्ञान पेपर 1 के पाठ्यक्रम में अरज्जुकी और रज्जुकी, पारिस्थतिकी, नैतिकता, आर्थिक प्राणीशास्त्र, जैवसांख्यिकी, इंस्ट्रूमेंटेशन विधियां जैसे 6 खंड हैं। इसमें जीवमंडल अवधारणाएं, बायोजियोकेमिकल चक्र, पारिस्थितिकी तंत्र की अवधारणाएं, जनसंख्या विशेषताएं, प्रमुख संक्रामक और संचारी रोग, पशु व्यवहार का अध्ययन करने के तरीके के बारे में पढ़ना होगा। इसके अलावा शून्य परिकल्पना, केंद्रीय प्रवृत्ति, इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोपी, भारत का वन्य जीवन, पक्षियों, सरीसृपों और स्तनधारियों की उत्पत्ति, शारीरिक संरचना और प्रणालियों का अध्ययन करना होगा।
पेपर 1 के लिए उपयोगी किताबें
पेपर 1 के लिए पी एस वर्मा और ईएल जॉर्डन द्वारा लिखित इनवर्टेब्राट जूलॉजी और कॉर्डेट जूलॉजी, के कारदोंग द्वारा लिखित कंपेरिटिव एनाटॉमी ऑफ वर्टेब्राट्स नामक किताबें बेहद महत्वपूर्ण हैं। इसके अलावा डॉक्टर पीडी शर्मा द्वारा लिखित इकोलॉजी एंड एनवायरनमेंट, वीके अग्रवाल द्वारा लिखित इथोलॉजी एनिमल बिहेवियर और डॉक्टर जीएस शुक्ला द्वारा लिखित इकोनॉमिक जूलॉजी नामक किताब का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये किताबें अंग्रेजी भाषा में हैं। इस विषय में हिंदी संस्करण वाली किताबें बेहद कम उपलब्ध हैं।
पेपर 2 का पाठ्यक्रम
पेपर 2 में कोशिका जीवविज्ञान, अनुवांशिकी, विकास, व्यवस्थित, जैव रसायन, शरीर क्रिया विज्ञान, विकासात्मक जीवविज्ञान जैसे खंड है। इसमें कोशिका और उसके अंगों की सरंचना, जीन की आधुनिक अवधारणा, मेंडेल के वंशानुक्रम, उत्परिवर्तन, जीवन की उत्पत्ति के सिद्धांत, जीवाश्म डेटा आदि के बारे में पढ़ना होगा। प्राणीशास्त्रीय नामकरण, अंतरराष्ट्रीय कोड, कार्बोहाइड्रेट, रक्त संरचना और घटक, मानव में प्रजनन, कोशिका वंश, मनुष्य में विकासात्मक जीन, स्टेम कोशिकाएं, बायोजेनेटिक कानून जैसे टॉपिक भी शामिल हैं।
पेपर 2 के लिए उपयोगी किताबें
पेपर 2 के लिए कार्प गेराल्ड द्वारा लिखित सेल बायोलॉजी, वीर बाला रस्तोगी द्वारा लिखित इवोल्यूशनरी बायोलॉजी, यू सत्यनारायण द्वारा लिखित बायोकेमिस्ट्री नामक किताब उपयोगी है। इसके अलावा कई उम्मीदवार स्कॉट एफ गिल्बर्ट द्वारा लिखित डेवलपमेंट बायोलॉजी, टोर्टोरा के एनाटॉमी और फिजियोलॉजी के सिद्धांत नामक किताब भी इस्तेमाल करते हैं। इस विषय की बुनियादी अवधारणाओं को समझने के लिए NCERT किताबों का इस्तेमाल करें। इसके बाद ही एडवांस लेवल की किताबों को पढ़ें।
इन महत्वपूर्ण टॉपिकों पर दें ध्यान
पेपर 1 में आर्थिक जीव विज्ञान, जैव सांख्यिकी सबसे अधिक स्कोरिंग खंड है। अरज्जुकी और रज्जुकी के सिद्धांतों और अवधारणाओं को अच्छी तरह समझें। प्रजनन तंत्र, पाचन, श्वसन तंत्र, सरीसृप उत्पत्ति, पक्षी उत्पत्ति आदि विषयों पर ध्यान दें। पेपर 2 में जैव रसायन में अणुओं के सरंचनात्मक सूत्र के साथ व्यावहारिक जैव रासायनिक मार्ग महत्वपूर्ण हैं। इसके अलावा DNA, जीवन उद्भव सिद्धांत, रक्त समूह, कोशिका विकास, हार्मोन वर्गीकरण, क्लोनिंग, भ्रूंड अंतरण, उत्परिवर्तन तथा उत्परिवर्तजनन संबंधी मुद्दों पर विशेष ध्यान दें।