UPSC: मुख्य परीक्षा के लिए ऐसे करें सिविल इंजीनियरिंग वैकल्पिक विषय की तैयारी
क्या है खबर?
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के वैकल्पिक विषय में इंजीनियरिंग क्षेत्र के तीन विषयों का विकल्प देता है।
इनमें सिविल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रीकल इंजीनियरिंग शामिल हैं।
कई अभ्यर्थी सिविल इंजीनियरिंग चुनते हैं। इसे कठिन माना जाता है, लेकिन इसके तकनीकी विषय होने से इसमें अच्छे अंक आने की संभावना ज्यादा होती है।
साल 2019 में अभिषेक सराफ और 2020 में प्रवीण कुमार ने इसी विषय के साथ टॉप 10 में जगह बनाई थी।
पाठ्यक्रम
क्या है सिविल इंजीनियरिंग का पाठ्यक्रम?
पेपर 1 में इंजीनियरिंग यांत्रिकी, सामग्री की ताकत, सरंचनात्मक विश्लेषण, संरचनाओं का डिजाइन, स्टील, कंक्रीट और चिनाई सरंचनाएं, द्रव यांत्रिकी, ओपन चैनल फ्लो और हाइड्रोलिक मशीनें, भू-तकनीकी अभियांत्रिकी जैसे खंड हैं।
इनमें इकाइयां, बल की अवधारणा, आभाषी कार्य सिद्धांत, कीनेमेटीक्स और काइनेटिक्स, बीम का विक्षेपण, मैकाले की विधि आदि के बारे में पढ़ना होगा।
पेपर 2 में निर्माण प्रौद्योगिकी, उपकरण, योजना और प्रबंधन, सर्वेक्षण और परिवहन इंजीनियरिंग, जल विज्ञान, जल संसाधन और इंजीनियरिंग, पर्यावरण इंजीनियरिंग जैसे खंड हैं।
किताबें
कौनसी किताबें पढ़ें?
सिविल इंजीनियरिंग के अलग-अलग खंड के लिए अलग-अलग किताबों का इस्तेमाल करना होगा।
सरंचना का सिद्धांत वजीरानी और रतवानी की किताब से पढ़ सकते हैं।
गार्ड की बुनियादी और अनुप्रयुक्त द्रव यांत्रिकी, मोदी और सेठ की हाइड्रोलिक्स और द्रव यात्रिंकी, एन कृष्णा राजी की प्रेस्ट्रेस कंंक्रीट, वीएन वजाराम की सामग्री की ताकत, एलएस नेगी की स्टील स्ट्रक्चर, मैकलीन की इंजीनियरिंग यांत्रिकी जैसे किताब पढ़ सकते हैं।
उम्मीदवार सिविल इंजीनियरिंग वैकल्पिक विषय के कोचिंग नोट्स भी पढ़ सकते हैं।
तैयारी
महत्वपूर्ण विषयों पर फोकस करें
पेपर 1 और पेपर 2 का पाठ्यक्रम बड़ा है और अच्छे अंक लाने के लिए महत्वपूर्ण विषयों पर फोकस करना आवश्यक है।
महत्वपूर्ण विषयों को जानने के लिए पिछले साल के प्रश्नपत्र और सैंपल पेपर का अवलोकन करें।
प्रश्नपत्र का पैटर्न खोजने से आपको उन महत्वपूर्ण विषयों के बारे में पता चला जाएगा जो मुख्य परीक्षा में नियमित रूप से पूछे जाते हैं।
इन टॉपिकों की एक लिस्ट बना लें और इनसे संबंधित सभी जानकारियों को गहराई से कवर करें।
रिवीजन
नोट्स बनाएं और रिवीजन करें
वैकल्पिक विषय में अच्छे अंक लाने के लिए शॉर्ट नोट्स बनाना बहुत जरूरी है।
नोट्स में महत्वपूर्ण अवधारणाएं, सूत्र, व्युत्पत्ति और सिद्धांत शामिल करें। ध्यान रहें कि मुख्य परीक्षा का पैटर्न वर्णनात्मक होता है, ऐसे में नोट्स प्रारंभिक परीक्षा के फॉर्मेट से अलग होने चाहिए।
नोट्स बना लेने के बाद उनका बार-बार रिवीजन करें। सिविल इंजीनियरिंग में लंबे-लंबे सूत्र हैं, इन्हें याद रखने के लिए फ्लोचार्ट का इस्तेमाल करें और इनसे संबंधित सवालों को हल करें।
उत्तर लेखन
उत्तर लेखन का निरंतर अभ्यास करें
सिविल इंजीनियरिंग एक तकनीकी विषय है और इसमें जरा-सी गलती होने पर नंबर कट सकते हैं।
ऐसे में आपको ज्यादा से ज्यादा उत्तर लेखन का अभ्यास करना होगा।
इस विषय के उत्तर लिखते समय आवश्यकता अनुसार आरेख, चित्र शामिल करें।
आपका उत्तर स्पष्ट और संक्षिप्त होना चाहिए। उत्तर लिखने का सही पैटर्न जानने के लिए पिछले साल के टॉपरों की कॉपियां देखें।अच्छी टेस्ट सीरीज ज्वाइन करें और शिक्षकों से मार्गदर्शन लें।