मेडिकल या इंजीनियरिंग करने के लिए अब देनी होगी सिर्फ एक परीक्षा, UGC का नया प्लान
क्या है खबर?
अगले साल अगर आप किसी इंजीनियरिंग या मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लेने की तैयारी कर रहे हैं तो आपके लिए यह एक जरूरी खबर है। सरकार सभी अंडरग्रेजुएट प्रवेश परीक्षाओं के लिए एक परीक्षा की नीति बनाने पर विचार कर रही है।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) अगले शैक्षणिक सत्र से संयुक्त प्रेवश परीक्षा (JEE) मेन और नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) को कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट- अंडरग्रेजुएट (CUET UG) में विलय (मर्ज) करने पर विचार कर रहा है।
UGC
दोनों प्रवेश परीक्षाओं को CUET के दायरे में लाने से कम होगा छात्रों पर बोझ- UGC
UGC अध्यक्ष एम जगदीश कुमार के अनुसार, JEE मेन और NEET को CUET के दायरे में लाने से छात्रों पर बोझ कम होगा। उन्होंने कहा कि यह विचार राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP), 2020 के अनुरूप है।
बता दें कि JEE मेन के तहत इंजीनियरिंग कॉलेजों में एडमिशन के लिए प्रवेश परीक्षा है और NEET चिकित्सा कॉलेजों के लिए प्रवेश परीक्षा है।
इसमें करीब 43 लाख उम्मीदवारों के शामिल होने की संभावना है।
आयोजन
2023-24 से साल में दो बार हो सकता है CUET का आयोजन
कुमार ने कहा कि CUET UG के 2023-24 से वर्ष में कम से कम दो बार आयोजित होने की संभावना है।
उन्होंने कहा कि प्रवेश परीक्षा का कार्यक्रम कुछ ऐसे तैयार किया जाना चाहिए, जिससे छात्रों को बार-बार विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं में शामिल होने की आवश्यकता न पड़े।
उन्होंने आगे कहा कि अलग-अलग विश्वविद्यालयों और तकनीकी और मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए अलग-अलग परीक्षाओं की जगह इस एक परीक्षा को लेकर तैयारी की जा रही है
परीक्षा
अलग-अलग परीक्षा आयोजित करने की जरूरत नहीं- UGC अध्यक्ष
उन्होंने कहा, "CUET के बाद, अब NEET, JEE और CUET का आयोजन हो रहा है और अधिकांश छात्र इनमें से दो या तीनों प्रवेश परीक्षा में शामिल होते हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "NEET में फिजिक्स, केमेस्ट्री और बायोलॉजी और JEE में मैथ, फिजिक्स और केमेस्ट्री से प्रश्न पूछे जाते हैं, इन दोनों प्रवेश परीक्षा में दो विषय सामान्य हैं और CUET में भी इन विषयों के तहत एडमिशन होता है। तो फिर अलग-अलग परीक्षा आयोजित करने की जरूरत क्या है।"
एडमिशन
इंजीनियरिंग या मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिए कैसे तैयार होगी रैंकिंग सूची?
कुमार ने कहा कि प्रस्ताव के मुताबिक, जो छात्र इंजीनियरिंग में गणित, भौतिकी, रसायन विज्ञान में अपने अंक प्राप्त करना चाहते हैं, उनका उपयोग रैंकिंग सूची के रूप में और इसी तरह मेडिकल के लिए किया जा सकता है।
उन्होंने आगे बताया, "अगर छात्र मेडिकल या इंजीनियरिंग में प्रवेश नहीं करते हैं, तो CUET के तहत उनके पास गणित, भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान आदि के समान अंकों का उपयोग करके विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने का अवसर होगा।"
विचार-विमर्श
स्टेकहोल्डरों के साथ विचार-विमर्श करने के लिए समिति तैयार कर रहा आयोग
उन्होंने साफ किया कि एक प्रवेश परीक्षा के प्रस्ताव पर हायर एजुकेशन रेगुलेटरी आम सहमति को लेकर स्टेकहोल्डरों के साथ विचार-विमर्श करने के लिए समिति तैयार कर रहा है।
उन्होंने कहा कि इस नए प्रस्ताव के लागू होने के बाद उम्मीदवारों को वर्ष में दो बार परीक्षा में शामिल होने का अवसर मिल सकेगा।
UGC के प्रस्ताव के अनुसार पहले CUET का आयोजन बोर्ड परीक्षा के बाद और दूसरा दिसंबर में हो सकता है।