UGC ने विश्वविद्यालयों से MPhil में प्रवेश रोकने को कहा, बताया मान्यता प्राप्त डिग्री नहीं
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने बुधवार को देश के सभी विश्वविद्यालयों को निर्देश जारी कर 2023-24 सत्र के लिए मास्टर ऑफ फिलॉसफी (MPhil) में प्रवेश लेने से मना किया है। UGC ने बताया कि MPhil मान्यता प्राप्त डिग्री नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने छात्रों को भारत में विश्वविद्यालयों द्वारा प्रस्तावित किसी भी MPhil कार्यक्रम में शामिल नहीं होने की सलाह दी। बता दें कि विश्वविद्यालयों में MPhil में बड़े स्तर पर छात्र प्रवेश लेते हैं।
कुछ विश्वविद्यालय ने शुरू किया था प्रवेश
UGC सचिव मनीष जोशी ने बताया कि आयोग के संज्ञान में आया है कि कुछ विश्वविद्यालय MPhil कार्यक्रम में प्रवेश के लिए नए आवेदन आमंत्रित कर रहे हैं, जबकि ध्यान में लाना जरूरी है कि MPhil मान्यता प्राप्त डिग्री नहीं है। उन्होंने बताया कि UGC (PhD डिग्री प्रदान करने के लिए न्यूनतम मानक और प्रक्रियाएं) विनियम 2022 के विनियम संख्या 14 में साफ तौर पर लिखा है कि उच्च शिक्षण संस्थान किसी भी MPhil कार्यक्रम की पेशकश नहीं करेंगे।
विनियम को 2022 में अधिसूचित किया गया था
UGC की ओर से PhD डिग्री प्रदान करने के लिए न्यूनतम मानक और प्रक्रियाएं विनियम को 7 नवंबर, 2022 को अधिसूचित किया गया था, जिसके बाद से इस कोर्स में प्रवेश पर प्रतिबंध लग गया। इससे पहले शोध में करिअर बनाने के लिए छात्र PhD से पहले MPhil में प्रवेश लेते थे। छात्रों के बीच यह धारणा था कि MPhil के बाद PhD में आसानी से प्रवेश मिलता है और शोध भी पूरा होता है।