इन चार्टर्ड अकाउंटेंट ने अपने सपने को पूरा करने के लिए छोड़ी नौकरी
चार्टर्ड अकाउंटेंसी (CA) देश में सबसे अधिक मांग वाले और कठिन प्रोफेशनल पाठ्यक्रमों में से एक है। यह एक सम्मानित प्रोफेशन है और कई युवा चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने का सपना रखते हैं। हालांकि कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्होंने अपने सपनों को आगे बढ़ाने के लिए CA बनने के बाद भी उसे एक प्रोफेशन के तौर पर नहीं चुना है। हमने यहां पांच ऐसे ही चार्टर्ड अकाउंटेंसी (CA) के बारे में बताया है। आइए जानें।
फिल्म निर्देशक शेखर कपूर हैं चार्टर्ड एकाउंटेंट
विश्व प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक, अभिनेता और निर्माता शेखर कपूर एक चार्टर्ड एकाउंटेंट हैं, जिन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में शामिल होने के लिए एक अच्छा करियर छोड़ दिया। उन्होंने अपने माता-पिता के कहने पर अकाउंटेंसी की पढ़ाई और 22 साल की उम्र में CA बन गए। उन्होंने एक मल्टीनेशनल तेल कंपनी में अपना करियर शुरू किया और फिल्म इंडस्ट्री में शामिल होने से पहले कई वर्षों तक एक एकाउंटिंग एंड मैनेजमेंट कंसल्टेंट के रूप में काम किया है।
इंडिया टुडे के संस्थापक-प्रकाशक ने भी की CA की पढ़ाई
इंडिया टुडे के संस्थापक-प्रकाशक और लिविंग मीडिया (इंडिया टुडे ग्रुप) के अध्यक्ष अरुण पुरी भी चार्टर्ड एकाउंटेंट हैं। 1965 में द लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से स्नातक करने वाले पुरी ने चार्टर्ड अकाउंटेंट के लिए पढ़ाई की और पत्रकारिता के क्षेत्र में प्रवेश करने से पहले एक नौकरी से दूसरी नौकरी की। बता दें कि पत्रकारिता में योगदान के लिए उन्हें 2001 में पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया था।
संजय सुब्रह्मण्यन भी हैं इस लिस्ट में
संजय सुब्रह्मण्यन एक प्रसिद्ध कर्नाटक गायक और संगीतकार, चार्टर्ड एकाउंटेंट और रैंक होल्डिंग कॉस्ट अकाउंटेंट हैं। वह इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के फेलो मेंबर हैं, लेकिन उम्होंने अपने करियर के रुप में CA को नहीं चुना। उन्होंने अपने करियर के रूप में संगीत को चुना था। आपको बता दें कि टॉप रैंकिंग वाले प्रसार भारती कलाकार को कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से नवाजा गया है।
प्रख्यात हरिकथा कलाकार विशाखा हरि एक चार्टर्ड एकाउंटेंट भी हैं
विशाखा हरि एक प्रमुख कर्नाटक म्यूजिक वोकेलिस्ट हैं। जिन्होंने अपने सपने को पूरा करने के लिए CA प्रोफेशन को छोड़ दिया है। वह भी एक ऐसे चार्टर्ड एकाउंटेंट हैं, जिन्होंने CA के रूप में नौकरी करने के बजाय अपने जुनून को आगे अपने करियर के रुप में चुना है। वह ऑल इंडिया रेडियो की "ए ग्रेड" कलाकार हैं और उन्हें हरिकथा और कर्नाटक संगीत में उनके योगदान के लिए कई पुरस्कार मिले हैं।
शास्त्रीय नृत्यांगना सुभाषनी गिरिधर भी एक चार्टर्ड एकाउंटेंट
भरतनाट्यम की प्रसिद्ध भारतीय शास्त्रीय नृत्यांगना सुभाषनी गिरिधर भी एक चार्टर्ड एकाउंटेंट हैं। वह 2003 में इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (FCA) की फेलो मेंबर बनीं।जिसके बाद उन्होंने 2004 में ICAI से सूचना और सिस्टम ऑडिट (DISA) में पोस्ट-क्वालिफिकेशन डिप्लोमा पूरा किया। विशेष रूप से वह एक चार्टर्ड एकाउंटेंट है, जिन्होंने अपने भरतनाट्यम के सपने को वरीयता दी और उसे पूरा किया है।