विदेशों में दोबारा खुल रहे स्कूल, इस तरह से किया जा रहा नियमों का पालन
दुनिया में फैली कोरोना वायरस महामारी के कारण कई क्षेत्र बहुत प्रभावित हुए हैं, जिन में से एक शिक्षा है। इस कारण देश में मार्च से स्कूल बंद हैं। इतने दिनों से स्कूल बंद होने के कारण छात्रों से लेकर उनके अभिभावकों तक सभी को उनके भविष्य की चिंता हो रही है। वहीं कई देशों में स्कूल फिर से स्कूल गए हैं। हालांकि, इसके लिए कई बदलाव किए गए हैं। जानें कैसे खुल रहे स्कूल और क्या हुआ इसका असर।
डेनमार्क में स्कूल खुलने के बाद नहीं बढ़ी संक्रमितों की संख्या
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार डेनमार्क में स्कूल दोबारा खुल गए हैं। यहां स्कूलों को चरणों में खोला गया है। अप्रैल में प्राथमिक कक्षाओं के छात्रों के लिए स्कूल खुले। इसके बाद मई के मध्य में उच्च कक्षाओं के छात्रों के लिए स्कूलों को खोला गया। स्कूलों को फिर से खोलने के बाद भी डेनमार्क में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या नहीं बढ़ी। यूरोपीय देश ने इसके लिए सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का सख्ती से पालन किया।
सीटों को दो-दो मीटर की दूरी पर लगाया गया
दो से 12 वर्ष की आयु के बीच वाले बच्चों को छोटे-छोटे ग्रुप्स में बांटा गया था। प्रत्येक ग्रुप्स के लिए स्कूल आने का समय अलग-अलग था। साथ ही लंच टाइम से लेकर खेलने का टाइम तक सब अलग-अलग निर्धारित किया गया था। सीटों को दो-दो मीटर की दूरी पर लगाया गया था। क्लासों को दिन में कम से कम दो बार साफ किया जाता था। बच्चों को हर दो घंटे में हाथ धोने के लिए कहा जाता था।
अमेरिका में दूरी पर लगाईं गई सीटें
अमेरिका में स्कूल खोलने का निर्णय लेना आसान नहीं है क्योंकि वहां संक्रमितों की संख्या बहुत अधिक है। इसके बावजूद जॉर्जिया, मिसिसिपी, टेनेसी और इंडियाना सहित कई अमेरिकी राज्यों के स्कूलों को फिर से खोलना शुरू कर दिया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक अभियान चलाया, जिसमें देश के स्वास्थ्य विशेषज्ञों से आग्रह किया गया कि वे स्कूलों को फिर से खोलने के लिए जोर दें।
अमेरिका में बढ़ी संक्रमितों की संख्या
दोबारा स्कूल खुलने पर स्कूलों में सुरक्षा का काफी ध्यान रखा गया। कई स्कूलों ने सीटों को छह-छह फीट दूरी पर लगाई। साथ ही छात्रों की लगातार जांच की। हालांकि, इससे बाद ही अधिक छात्र और शिक्षक संक्रमित हुए हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार इस महीने अमेरिका में बच्चों में संक्रमण होने की दर में 90 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। सबसे ज्यादा मामले फ्लोरिडा, जॉर्जिया और मिसिसिपी से आए हैं।
ताइवान में नहीं बंद हुए थे स्कूल
ताइवान में महामारी की शुरुआत होने पर भी स्कूलों को बंद नहीं किया गया था। केवल सर्दियों की छुट्टियों को 10 दिनों तक बढ़ाया था ताकि क्लासेस को साफ किया जा सके। चीन से महज 100 मील की दूरी पर स्थित ताइवान में जनवरी में पहला कोरोना वायरस केस आया था। उसके बाद हांगकांग और मकाऊ से आने वाली उड़ानों पर प्रतिबंध लगाया गया, जिससे संख्या बढ़ नहीं पाई। अभी तक वहां 500 से कम मामले हैं।
सितंबर में भारत में स्कूल खोलने की हो रही तैयारी
कई खबरों के अनुसार केंद्र सरकार एक सितंबर से स्कूल खोलने की योजना बना रही है। हालांकि, कुछ राज्यों जैसे असम ने एक सितंबर से स्कूलों को दोबारा खोलने की घोषणा कर दी है। भारत में भी दोबारा स्कूल खोलने पर छात्रों को ग्रुप्स में बांटा जाएगा। साथ ही दो शिफ्ट में स्कूल लगाए जाएंगे। पहले बड़े बच्चों के लिए स्कूल खुलेगें और सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन किया जाएगा ताकि छात्र सुरक्षित रहें।