राजस्थान: अब आजीवन रहेगी REET सर्टिफिकेट की मान्यता, मुख्यमंत्री गहलोत ने किया ऐलान
राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (REET) को लेकर राजस्थान सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में कल यानि शनिवार को उनके आवास पर हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में फैसला लिया गया कि REET की वैधता अब आजीवन रहेगी। गहलोत ने इसकी जानकारी सोशल मीडिया पर साझा करते हुए बताया कि प्राथमिक और उच्च प्राथमिक शिक्षकों की भर्ती के लिए यह प्रतियोगी परीक्षा देनी होगी।
पहले तीन साल थी REET स्कोरकार्ड की वैधता
अभी तक REET परीक्षा के तहत पास होने पर उम्मीदवारों को मिलने वाले स्कोरकार्ड की वैधता महज तीन साल होती थी, लेकिन अब नए संशोधित नियम के तहत इसे आजीवन मान्य कर दिया गया है। राजस्थान पंचायती राज नियम 1996 को संशोधित करने के बाद उम्मीदवारों को केवल एक बार ही REET देने की जरूरत होगी। ग्रेड-3 के शिक्षकों की भर्ती के लिए अब अलग से परीक्षा होगी। अब तक REET के नंबरों के आधार पर चयन होता था।
गहलोत ने इस फैसले के पीछे क्या वजह बताई?
REET को लेकर किए गए इस फैसले पर गहलोत का कहना है कि इससे प्रदेश में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्तर के अधिक योग्य अध्यापकों का चयन पूर्ण पारदर्शिता से हो सकेगा।
जुलाई 2022 में होगा REET का आयोजन
बता दें कि 2022 में REET का आयोजन जुलाई में किया जाएगा। यह परीक्षा राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (BSER) की तरफ सेे आयोजित की जाती है जिसके जरिए दो अलग-अलग स्तरों, लेवल-1 (प्राथमिक शिक्षक) और लेवल-2 (उच्च प्राथमिक शिक्षक), के लिए भर्ती की जाती है। इस परीक्षा को पास करने वाले उम्मीदवार कक्षा एक से पांच और कक्षा छह से आठ के शिक्षक के पद के लिए योग्य होंगे।
न्यूजबाइट्स प्लस
बता दें कि राज्य सरकार पेपर लीक होने के कारण फरवरी में REET लेवल-2 परीक्षा रद्द करने की घोषणा कर चुकी है। गहलोत सरकार परीक्षा में गड़बड़ी की जांच स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (SOG) से करवा रही है। हालांकि राज्य के विपक्षी दल इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से जांच कराने की मांग कर रहे हैं। इस मामले में 15 मार्च तक कमिटी की रिपोर्ट आने की संभावना है। इसके बाद लेवल-2 परीक्षा की तिथि पर फैसला किया जाएगा।