
CBSE ने दिया निर्देश, 10वीं के रिजल्ट जारी होने के बाद शुरू करें 11वीं की क्लास
क्या है खबर?
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कथित तौर पर अपने स्कूलों को 11वीं के लिए क्लास बंद करने का निर्देश दिया है।
CBSE ने निर्देश दिया है कि जब तक 10वीं बोर्ड के रिजल्ट की घोषिणा नहीं की जाती है, तब तक 11वीं की क्लास न लगाई जाएं।
यदि रिपोर्ट्स की माने तो CBSE यह सुनिश्चित करना चाहता है कि शिक्षक पिछले सप्ताह से शुरू हो चुकी मूल्यांकन प्रक्रिया के लिए उपलब्ध हों।
आइए जानें क्या है पूरी खबर।
निर्देश
मूल्यांकन के लिए शिक्षक प्रतिदिन आठ घंटे दें
CBSE 10 मई, 2019 तक बोर्ड के रिजल्ट जारी करना चाहता है।
स्कूलों को पहले ही निर्देश दिया गया था कि वे अपने शिक्षकों को मूल्यांकन के लिए भेजें और सुनिश्चित करें कि वे प्रतिदिन आठ घंटे मूल्यांकन के लिए उपस्थित रहें।
पिछले हफ्ते शिखा वाणी ऐप के माध्यम से बोर्ड ने 2019 के बोर्ड पेपरों की जांच के लिए सख्त दिशा-निर्देश दिए हैं।
CBSE ने ये सभी कदम बोर्ड मूल्यांकन प्रक्रिया को जल्दी पूरा करने के लिए उठाए हैं।
हाई कोर्ट
दिल्ली हाई कोर्ट ने दिया ये निर्देश
पिछले साल दिल्ली उच्च न्यायालय ने CBSE को निर्देश दिया था कि वह DU की प्रवेश प्रक्रिया शुरु होने से पहले बोर्ड और पुनर्मूल्यांकन के रिजल्ट घोषित करें।
इसी कारण CBSE ने इस साल 15 फरवरी, 2019 से 12वीं की परीक्षाएं शुरू कर दी थीं।
DU में दाखिले से पहले पुनर्मूल्यांकन की मांग करने वाले छात्रों के लिए पिछले साल समस्या हो गई थी, क्योंकि पुनर्मूल्यांकन का रिजल्ट 26 मई, 2019 को घोषित किया गया था।
DU
CBSE छात्रों के डाटाबेस तक पहुंचना चाहती है DU
इस के साथ ही कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) CBSE के छात्रों के डाटाबेस तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।
DU छात्रों के प्रवेश प्रक्रिया के दौरान कागजी कार्रवाई को कम करके छात्रों और प्रवेश समिति के लिए प्रवेश प्रकिया को आसान बनाने की योजना बना रहा है।
सभी स्नातक, स्नातकोत्तर, M.Phil ओ PhD पाठ्यक्रमों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 15 अप्रैल, 2019 से शुरू हों जाएंगे।
जानकारी
दिशा निर्देशों का पालन नहीं करने पर लगेगा फाइन
मूल्यांकन 20 दिनों तक चलने की उम्मीद है। इसके अलावा यदि स्कूल आदेशों का पालन करने में विफल रहते हैं, तो उन्हें 50,000 रुपये का जुर्माना भी देना होगा। बार-बार असफल होने पर बोर्ड स्कूल की संबद्धता (affiliation) के बारे में कार्रवाई कर सकता है।