IIT मद्रास में शुरू हुआ नया BS कोर्स, JEE के बिना मिल सकेगा प्रवेश
क्या है खबर?
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT-मद्रास) में चार वर्षीय बैचलर ऑफ साइंस (BS) कोर्स का शुभारंभ किया।
खास बात यह है कि इस अंडर ग्रेजुएट कोर्स में दाखिले के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) में भाग लेना जरूरी नहीं है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने आज उच्च शिक्षा सचिव के संजय मूर्ति, IIT मद्रास बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के डॉक्टर पवन के गोयनका और अन्य सदस्यों की उपस्थिति में यह कोर्स लॉन्च किया।
प्रवेश
12वीं पास छात्र ले सकेंगे प्रवेश
गणित और फिजिक्स के साथ 12वीं पास करने वाले छात्र इस कोर्स में प्रवेश के लिए आवेदन कर सकते हैं।
प्रवेश के लिए उम्मीदवारों का चयन 4 सप्ताह की क्वालिफायर प्रक्रिया के माध्यम से किया जाएगा।
उम्मीदवारों को IIT मद्रास फैकल्टी द्वारा पढ़ाए जाने वाले चार सप्ताह का कंटेंट प्रदान किया जाएगा और क्वालिफायर परीक्षा में केवल इसी कंटेंट से संबंधित सवाल आएंगे।
उम्मीदवारों को लाइव सेशंस और डिस्कशन के माध्यम से मार्गदर्शन दिया जाएगा।
कोर्स
कोर्स के बाद छात्रों को कहां नौकरी मिलेगी?
इस चार वर्षीय BS कोर्स को पढ़ने वाले छात्र इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम डिजाइनर, एंबेडेड सिस्टम डेवलपर, इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर विशेषज्ञ, सिस्टम टेस्टिंग इंजीनियर और इलेक्ट्रॉनिक्स रिसर्च इंजीनियर जैसे पदों के लिए ऑटोमेटिव, सेमीकंडक्टर और रक्षा जैसे उद्योगों में नौकरी के अवसर पा सकते हैं।
इस कार्यक्रम में मल्टीपल एग्जिट विकल्प है, जिसमें सर्टिफेकेट, डिप्लोमा, डिग्री प्रदान की जाएगी।
अगर छात्र कोर्स को बीच में छोड़ देते हैं तो डिप्लोमा का सर्टिफिकेट मिलेगा और कोर्स पूरा करने पर BS की डिग्री मिलेगी।
बयान
IIT मद्रास ने क्या कहा?
IIT मद्रास ने अपने बयान में कहा कि भारत में पिछले कुछ सालों से इलेक्ट्रॉनिक्स और एम्बेडेड विनिर्माण क्षेत्र में कुशल स्नातकों की मांग बढ़ गई है। इस मांग को पूरा करने के उद्देश्य से नवाचार शुरू किया गया है।
ये कार्यक्रम भारत को इलेक्ट्रॉनिक्स और डिजाइन के लिए भारत को वैश्विक केंद्र बनाने का मिशन रखता है। डाटा साइंस और एप्लिकेशन में BS डिग्री के साथ IIT मद्रास का यह दूसरा ऑनलाइन BS प्रोगाम है।
पाठ्यक्रम
कोर्स करने के लिए मिलेगी स्कॉलरशिप?
IIT मद्रास के द्वारा इस कोर्स को आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए सुलभ बनाने की कोशिश की है।
इस कोर्स में प्रवेश के बाद आरक्षित वर्ग के लिए स्कॉलरशिप का इंतजाम किया गया है।
अनुसूचित जाति (ST), अनुसूचित जनजाति (SC), दिव्यांग उम्मीदवार और अन्य वर्ग के उम्मीदवार, जिनकी पारिवारिक आय प्रति वर्ष 5 लाख रुपये से कम है, उन्हें स्कॉलरशिप दी जाएगी।
छात्रों को विभिन्न ऑनलाइन सेमिनार और ग्रुप डिस्कशन के माध्यम से मार्गदर्शन भी दिया जाएगा।