
भारत के बाहर पहला अंतरराष्ट्रीय IIT परिसर खुला, तंजानिया में हुआ उद्घाटन
क्या है खबर?
तंजानिया के जांजीबार में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) मद्रास के अंतरराष्ट्रीय परिसर का शुभारंभ हो गया है। ये भारत के बाहर स्थापित होने वाले देश का पहला IIT परिसर है।
आज (6 नवंबर) जांजीबार के राष्ट्रपति डॉक्टर हुसैन अली म्विनी ने परिसर का उद्घाटन किया।
इस कार्यक्रम में संस्थान के निदेशक प्रोफेसर वी कामाकोटी ने वर्जुअल रूप से भाग लिया।
जुलाई में विदेश मंत्री एस जयशंकर के तंजानिया दौरे के दौरान अंतरराष्ट्रीय परिसर को लेकर समझौता हुआ था।
निदेशक
निदेशक ने कही ये बात
IIT मद्रास के निदेशक प्रोफेसर वी कामाकोटी ने इसे ऐतिहासिक क्षण बताया। उन्होंने भारत के पहले अंतरराष्ट्रीय IIT परिसर के शुभारंभ का श्रेय भारतीय और जांजीबार सरकार को दिया।
उन्होंने कहा, "विदेश में IIT मद्रास का परिसर खुल गया है। इससे बहुत अधिक विविध संस्कृति आएगी। हमें खुशी है कि हमने अफ्रीका को चुना। हमें ऐसे देश में जाना है जहां IIT की जरूरत है और देश को हमारा समर्थन करना चाहिए।"
50 छात्र
50 छात्रों का हुआ चुनाव
IIT मद्रास के अनुसार, जांजीबार परिसर में पिछले सप्ताह से कक्षाएं शुरू हुईं। इनमें 50 छात्रों को 2 पाठ्यक्रमों के लिए चुना गया है।
इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा साइंस में बैचलर ऑफ साइंस (BS) और मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी (MTech) पाठ्यक्रम शामिल है।
छात्रों की चयन प्रक्रिया में एक पात्रता परीक्षा और व्यक्तिगत इंटरव्यू शामिल है।
पहले बैच में अधिकांश छात्र तंजानिया, नेपाल और भारत के हैं, इनमें से 40 प्रतिशत छात्र महिलाएं हैं।
पाठ्यक्रम
5 नए पाठ्यक्रम शुरू करने की योजना
प्रोफेसर वी कामाकोटी के अनुसार, आने वाले 5 वर्षों में 5 नए पाठ्यक्रम शुरू करने की योजना है।
नए परिसर के लिए जांजीबार सरकार ने 200 एकड़ से अधिक की भूमि स्वीकृत की है। अभी अस्थायी परिसर में कक्षाएं लग रही हैं। परिसर के लिए सारी फंडिंग जांजीबार सरकार कर रही है।
प्रोफेसर ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से जांजीबार परिसर को IIT मद्रास के समान मानने और वहां पढ़ने के इच्छुक छात्रों को ऋण देने का अनुरोध किया।
जांजीबार
IIT जांजीबार महिला निदेशक वाला पहला संस्थान
IIT जांजीबार पहला IIT संस्थान है जहां महिला निदेशक को नियुक्त किया गया है।
प्रोफेसर प्रीति अघयालय नए अंतरराष्ट्रीय परिसर की निदेशक हैं, जो IIT मद्रास में केमिकल इंजीनियरिंग विभाग में प्रोफेसर के रूप में कार्यरत थीं।
IIT जांजीबार में पाठ्यक्रम के दौरान अंतरराष्ट्रीय अवसर तक छात्रों की पहुंच बढ़ाने पर काम किया जाएगा।
इसमें यूनाइटेड किंगडम (UK), ऑस्ट्रेलिया के साझेदार संस्थानों के साथ सेमेस्टर विनिमय कार्यक्रम और विभिन्न कंपनियों के साथ इंटर्नशिप के अवसर प्रदान किए जाएंगे।