अब IIT से कर सकेंगे BEd, चार साल का होगा कोर्स
शिक्षक योग्यता परीक्षा (TET) की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए जरूरी खबर है। अब देश में जल्द ही आप इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (ITEP) के तहत बैचलर ऑफ एजुकेशन (BEd) कोर्स की पढ़ाई कर सकेंगे। यह जानकारी खुद केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शनिवार को ओडिशा के अरगुल स्थित IIT भुवनेश्वर में एक नए केंद्रीय विद्यालय के उद्घाटन कार्यक्रम में दी।
कई BEd कॉलेजों का स्तर मानकों पर खरा नहीं उतरता- प्रधान
प्रधान ने कहा कि देश-प्रदेश के कई BEd कॉलेजों का स्तर मानकों पर खरा नहीं उतरता है। उन्होंने कहा, "हमने यह पाया है कि हमें अपनी अपेक्षा के अनुसार शिक्षक नहीं मिल रहे हैं। अगर हमें अच्छे शिक्षक नहीं मिलेंगे तो हम अच्छी शिक्षा के बारे में नहीं सोच सकते। इसे मद्देनजर रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सलाह दी है कि अब आने वाले शिक्षकों को अच्छी पढ़ाई कराई जाए।"
शिक्षक तैयार करने के लिए IIT सबसे बेहतर विकल्प- प्रधान
शिक्षा मंत्री ने कहा कि देश में आने वाले शिक्षकों को तैयार करने में संस्थान के तौर पर IIT सबसे बेहतर विकल्प होंगे। उन्होंने कहा, "विभिन्न IIT संस्थानों ने मानविकी विषयों की पढ़ाई शुरू करा दी है। चार साल का BEd कोर्स भी इन IIT संस्थानों में शुरू किया जाएगा। अगर शिक्षक बनने के इच्छुक छात्रों को IIT शिक्षा और ट्रेनिंग दे तो फिर आने वाले समय में छात्रों को उत्तम श्रेणी की शिक्षा मिलेगी।
देशभर में 15,000 PM श्री स्कूलों की स्थापना का ऐलान
प्रधान ने कार्यक्रम में बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए 15,000 PM श्री स्कूलों की स्थापना का ऐलान भी किया। उन्होंने कहा कि ओडिशा समेत देशभर के सभी ब्लाकों में ये स्कूल स्थापित किए जाएंगे। अकेले ओडिशा में ही 500 ऐसे स्कूल स्थापित किए जाएंगे। प्रधान ने इस मौके पर एक बाल वाटिका का भी उद्घाटन किया जिसमें कक्षा 1 से 5 तक के छात्र पढ़ाए जाएंगे।
केंद्रीय विद्यालय, नवोदय और एकलव्य विद्यालय की संख्या में होगा इजाफा
प्रधान ने कार्यक्रम में कहा, 'ओडिशा के छात्रों को बेहतर शिक्षा मुहैया कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार अधिक संख्या में केंद्रीय विद्यालय, नवोदय और एकलव्य विद्यालय स्थापित करेगी।' प्रधान के मुताबिक, इस एजुकेशन प्लान पर अगले चार सालों में तीन लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे जिससे ओडिशा समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में शिक्षा व्यवस्था का सुधार होगा और छात्रों का बेहतर भविष्य तैयार हो सकेगा।