JEE मेन: अपने दूसरे प्रयास में स्कोर उच्चतम करने के लिए अपनाएं ये महत्वपूर्ण टिप्स
संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE मेन) 2024 के पहले सत्र का आयोजन 24 जनवरी से 1 फरवरी तक किया गया था। दूसरे सत्र के लिए पंजीकरण प्रक्रिया चल रही है। इसका आयोजन अप्रैल में किया जाएगा। पहले सत्र में अच्छे अंक हासिल न कर पाने वाले उम्मीदवार दूसरे सत्र की परीक्षाओं में शामिल होंगे। ऐसे में उम्मीदवारों के पास अपने दूसरे प्रयास में अच्छा प्रदर्शन करने का एक और मौका है। आइए जानते हैं उम्मीदवार कैसे सुधार कर सकते हैं।
अपनी मौजूदा स्थिति का आंकलन करें
अपने पिछले प्रयास का विश्लेषण करना और अपनी ताकत-कमजोरियों की पहचान करना, दूसरे प्रयास में सुधार करने के लिए पहला कदम होना चाहिए। उम्मीदवार अपनी पिछली उत्तर पुस्तिका पर नजर डालें और देखें कि उन्होंने किन अनुभागों में गलतियां की हैं। ये समझने के बाद निर्धारित करें कि आपको किन क्षेत्रों पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। उम्मीदवार दूसरे प्रयास में अपनी स्थिति जानने और प्रतिशत में सुधार के लिए प्रश्नपत्र हल करके जरूर देखें।
कुछ भी नया शुरू करने से बचें
JEE मेन के दूसरे सत्र की परीक्षा से ठीक पहले नई किताबें या नया अध्याय शुरू करने से बचें। केवल ज्यादा अंकों में पूछे जाने वाले भागों को कवर करें। आपने पिछले सत्र के लिए जितने भी भाग अच्छे से पढ़े थे, उनके रिवीजन पर मुख्य फोकस रखें। परीक्षा तैयारी के दौरान आप जिन भागों में कठिनाई महसूस कर रहे हैं, उनके लिए शॉर्ट नोट्स बनाएं और माइंड मैप्स, फ्लोचार्ट की मदद से अवधारणाओं को याद रखने की कोशिश करें।
सूत्रों को बार-बार दोहराएं
अपने पहले प्रयास में अधिकांश उम्मीदवार सूत्रों को अनदेखा करने की आम गलती करते हैं, इससे उनके प्रदर्शन पर असर पड़ता है। ऐसे में अपने दूसरे प्रयास में सभी सूत्रों को बार-बार दोहराएं। विशेषकर भौतिकी जैसे विषय में कई प्रश्न सरल सूत्रों पर आधारित होते हैं। ऐसे में उन सभी भागों पर फोकस करते हुए अध्ययन सामग्री संशोधित करें। रसायन विज्ञान की रासायनिक समस्याओं को समझने के लिए NCERT किताबों का इस्तेमाल करें।
एक समय में एक ही विषय पढ़ें
छात्र अक्सर JEE मेन के लिए अध्ययन किए जाने विषयों की संख्या से थकावट महसूस करते हैं। इसके चलते वे एक ही समय में कई विषयों को पढ़ने का प्रयास करते हैं, लेकिन ये सही नहीं है। उम्मीदवारों को एक समय में केवल एक ही विषय पर फोकस करना चाहिए। उम्मीदवार प्रत्येक विषय की तैयारी के लिए समय निर्धारित करें। एक विषय की बुनियादी अवधारणाएं समझे बिना दूसरे विषय को पढ़ने से बचें।
अभ्यास को दें प्राथमिकता
कई उम्मीदवार पहले प्रयास में ज्यादा अभ्यास नहीं करते, इसके कारण उनका स्कोर कम हो जाता है। अपने दूसरे प्रयास में उम्मीदवार भरपूर अभ्यास करना सुनिश्चित करें। उम्मीदवार प्रत्येक दिन मॉक टेस्ट हल करें और समाधान को पढ़ें। इससे समय प्रबंधन काफी मजबूत होगा।