ब्रांड मैनेजमेंट में करियर बनाना है तो इन बातों का रखें ध्यान, जल्द मिलेगी सफलता
क्या है खबर?
ब्रांड मैनेजमेंट का करियर मार्केटिंग से जुड़ा हुआ है और यह बहुत महत्वपूर्ण और जिम्मेदारी से भरा प्रोफेशन है।
प्रतिस्पर्धा के इस दौर में हर कोई आगे बढ़ना चाहता है और यही वजह है कि ब्रांड मैनेजमेंट के जानकारों की मांग भी अब बढ़ने लगी है।
अगर आपको भी इस क्षेत्र में काम करने का मन है तो आपको इस क्षेत्र से जुड़ी कुछ जरूरी बातों की जानकारी जरूरी होनी चाहिए। आइए आपको ऐसी ही बातें बताते हैं।
ब्रांड मैनेजमेंट
क्या है ब्रांड मैनेजमेंट?
सभी कंपनियां अपने-अपने उत्पाद की ब्रांडिंग करना चाहती है ताकि उनका उत्पाद बाजार में सबसे खास लगे और अधिक लोग उस उत्पाद को खरीदें।
इसके लिए कंपनियां ब्रांड मैनेजमेंट करवाती है जिसमें उत्पाद की जानकारी लोगों तक पहुंचाना, बाजार के प्रतिस्पर्धात्मक ब्रांडों का विस्तृत विश्लेषण करना, ग्राहकों की आवश्यकताओं का पता लगाना और ब्रांड की बिक्री बढ़ाने के लिए अनोखी रणनीतियां और प्रमोशनल टूल्स बनाना आदि शामिल है।
यह सारा काम ब्रांड मैनेजर का होता है।
क्रिएटिव
सफल ब्रांड मैनेजर बनने के लिए क्रिएटिव होना जरूरी
एक सफल ब्रांड मैनेजर बनने के लिए आपका क्रिएटिव होना जरूरी है। इस फील्ड में आइडिया काफी मायने रखते हैं क्योंकि इनके बल पर ही कंपनी में नई-नई योजनाएं तैयार की जा सकती हैं।
लेकिन यह आइडिया तब ज्यादा कारगर साबित होते हैं, जब वो क्रिएटिविटी भी हों।
इसके अलावा मार्केट रिसर्च, एनालिसिस, सेल्स और प्रोडक्ट के प्रमोशन की प्लानिंग जैसे गुण होना भी इस पेशे के लिए जरूरी है।
योग्यता
ब्रांड मैनेजर बनने के लिए क्या शैक्षणिक योग्यता होनी चाहिए?
ब्रांड मैनेजर बनने के लिए ब्रांड मैनेजमेंट में डिग्री या डिप्लोमा कोर्स करना जरूरी है। इस कोर्स को करने के लिए आपका कक्षा 12 पास होना अनिवार्य है।
देश के कई संस्थानों में इसके लिए अलग-अलग कोर्स संचालित किए जा रहे हैं।
भारतीय प्रबंधन संस्थानों (IIMs) के अलावा आप यह कोर्स इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड मैनेजमेंट, रांची, एसपी जैन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च, मुंबई या सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, पुणे से भी कर सकते हैं।
स्पेशलाइजेशन
ब्रांड मैनेजमेंट में स्पेशलाइजेशन करने से होगा फायदा
ब्रांड मैनेजमेंट के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए आपका नीचे बताए गए कोर्सेज में स्पेशलाइजेशन करना चाहिए क्योंकि इससे आप अपने क्षेत्र में बाकी उम्मीदवारों से आगे रहेंगे और नौकरी मिलने में आसानी होगी।
मार्केट रिसर्च
एनालिसिस ऑफ मार्केटिंग ट्रेंड
कंज्यूमर डिमांड
ब्रांड लॉन्च एंड यूएसपी
ब्रांड रिसर्च
ब्रांड प्रमोशन और डिस्ट्रिब्यूशन
पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट इन ब्रांड एंड एडवर्टाइजिंग मैनेजमेंट
रिटेल मार्केटिंग स्ट्रेटजी
कंटेंट मार्केटिंग स्ट्रेटजी
सोशल मीडिया मार्केटिंग
इंट्रोड्कशन टू पब्लिक रिलेशन एण्ड मीडिया
समझ
डिजिटल मीडिया की समझ है जरूरी
ब्रांड मैनेजर का डिजिटल मीडिया से परिचित होना भी महत्वपूर्ण है क्योंकि आज के दौर में चाहे युवा हों या वृद्ध, सभी लोग डिजिटल मीडिया से जुड़े हुए हैं।
आदर्श रूप से एक ब्रांड को पारंपरिक और डिजिटल दोनोंं के मिश्रण का उपयोग करना चाहिए।
डिजिटल मीडिया के जरिए मार्केटिंग के कई फायदे हैं क्योंकि अन्य मीडिया प्लेटफॉर्म के मुकाबले डिजिटल मीडिया से किसी उत्पाद के बारे में ग्राहकों को जानकारी देना आसान और किफायती होता है।