गुजरात: 28 मार्च से होंगी बोर्ड परीक्षाएं, कोरोना वायरस महामारी के कारण परीक्षार्थियों की संख्या घटी
गुजरात सेकंडरी और हायर सेकंडरी एजुकेशन बोर्ड (GSHSEB) ने कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षाओं का टाइम टेबल जारी कर दिया है। बोर्ड की तरफ से जारी नोटिस के अनुसार, गुजरात बोर्ड की कक्षा 12 की परीक्षा 28 मार्च से 8 अप्रैल के बीच होगी और कक्षा 10 की परीक्षा 28 मार्च से 9 अप्रैल के बीच आयोजित होगी। गुजरात बोर्ड की परीक्षाओं में इस बार लगभग 5.8 लाख कम छात्रों ने पंजीकरण करवाया है।
कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाएं तीन पालियों में होंगी आयोजित
गुजरात बोर्ड की तरफ से नोटिफिकेशन जारी कर बताया गया है कि कक्षा 12 की सामान्य और साइंस स्ट्रीम की परीक्षाएं सुबह 10:30 से दोपहर 1:45 बजे, दोपहर 3 से 6:15 बजे और दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक की तीन पालियों में आयोजित की जाएंगी। कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षाएं सुबह 10 बजे से शुरू होकर दोपहर 1:15 बजे तक आयोजित की जाएंगी।
यहां देखें गुजरात बोर्ड की तरफ से जारी किया गया परीक्षा टाइम टेबल
छात्रों की सुविधा के लिए, कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षाओं का टाइम टेबल डाउनलोड करने का लिंक नीचे दिया गया है। 'गुजरात बोर्ड टाइम टेबल' लिंक पर क्लिक कर पूरा शेड्यूल देखा जा सकता है। परीक्षाएं ऑफलाइन मोड में निर्धारित परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जाएंगी। उम्मीदवारों को परीक्षा केंद्र में सभी कोविड -19 प्रोटोकॉल्स का पालन करना होगा। उम्मीदवारों को अनिवार्य रूप से अपने एडमिट कार्ड परीक्षा हॉल में ले जाने होंगे।
बोर्ड परीक्षाओं में छात्रों की संख्या में आई भारी गिरावट
ABP न्यूज के अनुसार, गुजरात बोर्ड की कक्षा 10 की परीक्षाओं के लिए 2021 में बैठे 14.03 लाख छात्रों की तुलना में 2022 में 9.72 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया है। वहीं कक्षा 12 के सामान्य वर्ग में 2021 में 5.42 लाख छात्रों के मुकाबले इस बार 4.26 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया और साइंस स्ट्रीम में 2021 में 1.4 लाख छात्रों के मुकाबले इस बार 33,000 कम छात्रों ने पंजीकरण कराया।
कक्षा 10 में छात्रों की संख्या में 10-12 प्रतिशत की गिरावट
अहमदाबाद स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष अमृत भारवाड़ ने कहा कि स्कूलों में कक्षा 10 में छात्रों की संख्या में 10-12 प्रतिशत की गिरावट हुई है। भारवाड़ ने कहा, "अधिकतर छात्रों ने अन्य स्कूलों में प्रवेश का हवाला देते हुए लीविंग सर्टिफिकेट ले लिया। लेकिन यह एक ज्ञात तथ्य है कि कई परिवारों को कोविड महामारी के दौरान बहुत नुकसान हुआ।" उन्होंने कहा कि इस कारण बहुत लोग बेरोजगार हुए और वह अपने बच्चों का दोबारा एडमिशन नहीं करा पाए।