उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती पुनर्परीक्षा की तारीख का नोटिस है फर्जी, बोर्ड ने दी चेतावनी
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती और प्रोन्नति बोर्ड (UPPRPB) ने युवाओं के लिए चेतावनी जारी की है। बोर्ड ने कहा है कि उत्तर प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा आयोजन को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा नोटिस पूरी तरह फर्जी है। छात्र इस पर विश्वास न करें। बता दें कि नोटिस में परीक्षा का आयोजन जून में किए जाने की बात कही गई है। इसको लेकर बोर्ड ने एक्स पर ट्ववीट करते हुए स्पष्टीकरण दिया है।
फर्जी नोटिस में कही गई है ये बात
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे नोटिस में कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का आयोजन 20 और 21 जून को किए जाने की बात कही गई है। इस पर आज बोर्ड ने स्पष्टीकरण दिया है। बोर्ड ने कहा है कि हमारी ओर से ऐसा कोई भी नोटिस जारी नहीं किया गया है। परीक्षा आयोजन के संबंध में सभी जानकारी आधिकारिक वेबसाइट और एक्स हैंडल पर प्रकाशित की जाएंगी। ऐसे में छात्र किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।
पेपर लीक के कारण रद्द हुई थी परीक्षा
UPPRPB ओर से 60,000 से ज्यादा पदों पर भर्ती के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन 17 और 18 फरवरी को किया गया था। इस परीक्षा के लिए लगभग 48 लाख उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। परीक्षा आयोजन के दौरान पेपर लीक की घटनाएं सामने आई थी, इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने भर्ती परीक्षा रद्द कर दी थी। 24 फरवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 6 माह के भीतर परीक्षा फिर से आयोजित किए जाने की बात कही थी।
इतने पदों पर होनी है भर्ती
आधिकारिक अधिसूचना के मुताबिक, उत्तर प्रदेश पुलिस में कुल 60,244 पद भरे जाएंगे। इनमें से 24,102 पद अनारक्षित वर्ग के लिए हैं। अनुसूचित जाति (SC) वर्ग के लिए 12,650 पद और अनुसूचित जनजाति (ST) वर्ग के लिए 1,204 पद आरक्षित हैं। कुल 16,264 पदों पर अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) और 6,024 पदों पर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) के उम्मीदवारों को आरक्षण दिया जाएगा। बोर्ड की ओर से जल्द ही परीक्षा तारीखों की घोषणा की जाएगी।
रेलवे भर्ती को लेकर भी जारी हो चुका है फर्जी विज्ञापन
हाल ही में रेलवे सुरक्षा बल (RPF) में कई पदों पर भर्ती के लिए फर्जी अधिसूचना जारी हुई थी। इसे लेकर भारत सरकार के प्रेस सूचना कार्यालय (PIB) ने जानकारी साझा की थी। PIB ने वायरल विज्ञापन की जांच करने के बाद बताया था कि भारतीय रेलवे की ओर से ऐसा कोई विज्ञापन जारी नहीं किया गया। बता दें कि फर्जी विज्ञापन में सब-इंस्पेक्टर के 452 और कांस्टेबल के 4,208 पदों पर भर्ती की बात कही गई थी।